मंडियों में बैग की कमी और फसलों के सीधे भुगतान के कारण किसान हो रहे परेशान : कुलतार संधवां
पंजाब के किसानों की गेंहू खरीदने से ज्यादा अन्य राज्यों से कनक तस्करी को प्राथमिकता दे रहे हैं कांग्रेसी मंत्री
कैप्टन किसानों की मुश्किलों को कर रहे हैं नजरअंदाज, वे अब तक के सबसे फेल मुख्यमंत्री साबित हुए
अगर सरकार जल्द ही किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं करती है, तो आम आदमी पार्टी संघर्ष शुरु करेगी
चंडीगढ़, 15 अप्रैल , 2021
आम आदमी पार्टी के विधायक और किसान विंग के अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि मंडियों में बैग की कमी और फसलों के सीधे भुगतान (डीबीटी सिस्टम) के कारण किसानों को काफी परेशान होना पड़ रहा है। इससे पता चलता है कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का दावा कि गेहूं खरीद के समय पंजाब के किसानों को किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा, झूठा साबित हो रहा है।
संधवां ने कहा कि एक ओर राज्य के किसान काले कृषि कानूनों के खिलाफ संघर्ष कर रहे हैं और दूसरी ओर मंडियों में गेहूं की उचित ढ़ंग से खरीद नहीं होने के कारण उन्हें परेशानी झेलनी पड़ रही है। मंडियों में बैग की कमी होने के कारण गेहूं को न तो तौला जा रहा है और न ही भुगतान किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बैग की कमी के अलावा किसान अब सीधे भुगतान के लिए सरकारी भुगतान पोर्टल के चक्कर में उलझ रहे हैं क्योंकि राज्य के कई हिस्सों में सीधे भुगतान के लिए पोर्टल में उस क्षेत्र के कई बैंक नहीं हैं जहां किसानों के खाते हैं। इसके कारण किसानों को बेची गई फसल का पैसा नहीं मिल रहा है क्योंकि किसानों के खाते वाली बैंक साखा भुगतान पोर्टल पर पंजीकृत नहीं हैं।
संधवां ने आरोप लगाया कि कैप्टन सरकार के मंत्री पंजाब के किसानों की गेंहू खरीदने से ज्यादा अन्य राज्यों से कनक तस्करी को प्राथमिकता दे रहे हैं। वहीं मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने किसानों की समस्याओं से मुंह मोड़ लिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इशारे पर कैप्टन जानबूझकर केंद्र और राज्यों में अत्याचारी और तानाशाही सरकारों के खिलाफ लड़ाई लड़ रहे किसानों को परेशान कर रहे हैं। उन्होंने पंजाब सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर मंडियों में किसानों की गेहूं की खरीद ठीक से नहीं की गई और फसल राशि के भुगतान की समस्याओं का जल्द समाधान नहीं किया गया तो आम आदमी पार्टी सड़कों पर उतरने से परहेज नहीं करेगी।