चंडीगढ़, 26 अगस्त 2021
स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू द्वारा आज 117 नये कम्युनिटी हैल्थ अफसरों (सीएचओज़) को नियुक्ति पत्र जारी किये गए।
इस मौके पर बोलते हुये स. सिद्धू ने कहा कि तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केन्द्रों के संचालन में पंजाब इस समय देश का अग्रणी राज्य है क्योंकि राज्य के ग्रामीण क्षेत्रों में कुल 2700 स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती केंद्र (एचडब्ल्यूसी) पहले ही कार्यशील हैं। उन्होंने आगे कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में कम्युनिटी हैल्थ अफसरों की नियुक्ति से स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती केंद्र प्रभावशाली ढंग से स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया करवा सकेंगे।
इस सम्बन्धी और जानकारी देते हुये उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी नेशनल ओपन यूनिर्सिटी (इगनू) की तरफ से 6 महीनों के खास प्रशिक्षण प्रोग्राम के लिए 300 और उम्मीदवारों का चयन भी किया गया है और जनवरी 2022 तक कम्युनिटी हैल्थ अफसरों के तौर पर भर्ती कर लिए जाएंगे। इन केन्द्रों में विस्तृत सेवाएं देने के लिए टैलीमेडिसिन सेवाएं, 27 ज़रूरी दवाएँ और 6 डायगनोस्टिकस टैस्ट मुहैया करवाए जा रहे हैं।
एचडब्ल्यूसी में मुहैया करवाई जा रही सेवाओं संबंधी स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि कम्युनिटी हैल्थ अफ़सर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ की हड्डी बन गए हैं। कोविड 19 महामारी के दौरान सीएचओज़ और एचडब्ल्यूसी टीम ओपीडी सेवाएं और कोविड सम्बन्धी सेवाएं प्रदान करने में ग्रामीण आबादी के लिए बहुत लाभदायक साबित हुयी हैं । सभी सी.एच.ओ. की तरफ से कोविड नमूने लेने, कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग, एकांतवास मरीज़ों के घर का दौरा करना आदि शामिल हैं। इसके साथ ही पंजाब के सभी स्वास्थ्य और तंदुरुस्ती केन्द्रों में भी कोविड टीकाकरण मुहैया करवाया जा रहा है।
स. सिद्धू ने आगे कहा कि पंजाब के शहरी क्षेत्रों में कमज़ोर और गरीब लोगों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए और स्वास्थ्य सेवाओं की पहुँच बढ़ाने के लिए झुग्गी-झोंपड़ी क्षेत्रों में शहरी स्वास्थ्य और तंदुरुस्त पंजाब स्वास्थ्य केंद्र स्थापित करने की योजना है। यह केंद्र स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ा कर लोगों की स्वास्थ्य देखभाल में एक नया मील पत्थर साबित होंगे। इन हैल्थ वैलनैस सेंटरों में हाईपरटैनशन, मधुमेह, दमा आदि की जांच करना और दवाएँ मुहैया करवाने का ख़ास प्रबंध है।
इस मौके एन.एच.एम. के एम.डी. श्री कुमार राहुल, परिवार कल्याण विभाग के डायरैक्टर डा. आदेश कंग और एनएचएम के डायरैक्टर डा. अरीत कौर भी उपस्थित थे।