एस.ओ.आई द्वारा आयोजित सेमिनार में चंडीगढ़ और पी.यू के विभिन्न काॅलेजों के छात्रों ने भाग लिया
चंडीगढ़/01अक्टूबर 2024
शिरोमणी अकाली दल के कार्यकारी अध्यक्ष सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़ ,शिक्षाविदों एवं बुद्धिजीवियों ने आज युवाओं से अकाली दल के सिद्धांतों तथा राष्ट्र के निर्माण के साथ-साथ सामुदायिक सेवा में इसके योगदान को समझकर इसे अपने सभी कार्यों में लागू करने की अपील की है।शिरोमणी अकाली दल के छात्र संगठन एसओआई द्वारा आयोजित संघर्षमयी सफरनामा पर सेमिनार को संबोधित करते हुए पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़ ने कहा कि अकाली दल एक गौरवशाली विरासत है। उन्होने कहा,‘‘ महंतों के प्रबंधन से गुरुद्वारों को आजाद कराने से लेकर ब्रिटिश राज से लड़ने और पूर्व प्रधानमंत्री इदिंरा गांधी द्वारा लागू की गई इमरजेंसी का विरोध करने तक अकाली दल हमेशा अपने संस्थापक पिताओं के सिद्धांतों पर खरा उतरा है। उन्हेाने कहा कि अकाली दल आज भी बंदी सिंहों, किसानों और पंजाबियों की शिकायतों का समर्थन करते हुए अपने सिद्धांतों पर कायम है, चाहे वह चंडीगढ़ को पंजाब में स्थानांतरित करना हो यां राज्य के लोगों के नदी जल के अधिकरों को सुरक्षित करना हो।’’
डाॅ. दलजीत सिंह चीमा ने नौजवानों से समाज में सार्थक योगदान देने और राजनीति में सत्यनिष्ठा के लिए खड़े होने का आग्रह किया।उन्होने युवाओं से शैक्षणिक संस्थानों में जाकर छात्रों को उनके अधिकारों के बारे में बताने और उनके साथ खड़े रहने का आग्रह किया।
पंजाब यूनिवर्सिटी के इतिहास विभाग के अध्यक्ष डाॅ. जसबीर सिंह ने बताया कि कैसे अकाली दल ने न केवल गुरुद्वारों से महंतों को हटाने के लिए लड़ाई लड़ी, बल्कि देश की आजादी के लिए भी लड़ाई लड़ी।गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी के डाॅ. कुलदीप सिंह ने बातया कि कैसे इमरजेंसी के दौरान 1.40 लाख गिरफ्तारियों में से 40 हजार सिखों को गिरफ्तार किया गया था। इस अवसर पर बलजीत सिंह विर्क और परमजीत सिंह भंगू ने भी अपने विचार रखे।
वरिष्ठ युवा नेता गुरप्रीत सिंह राजुखन्ना और एसओआई अध्यक्ष रणबीर सिंह ढ़िल्लों ने कहा कि इस तरह के सेमिनार राज्य भर के शैक्षणिक संस्थानों में आयोजित किए जाएंगें और उन्होने चंडीगढ़ और पंजाब यूनिवर्सिटी के काॅलेजों से बड़ी संख्या में भाग लेने वाले छात्रों का आभार व्यक्त किया।