आम लोगों के बेटे-बेटियों को रोजगार मेलों के नाम पर किया जा रहा है परेशान
देश के लिए शहीद होने वाले सरदार ऊधम सिंह के परिवार के मैंबर दिहाडिय़ां करने के लिए मजबूर
कैप्टन विधायकों के बेटों को नौकरियां देकर अपनी कुर्सी बचाने के लिए कर रहे हैं सौदेबाजी
चंडीगढ़, 1 जून 2021
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के विधायक और यूथ विंग पंजाब के प्रधान गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कांग्रेसी विधायक फतेहजंग बाजवा के बेटे को डी.एस.पी और विधायक राकेश पांडे के बेटे को तहसीलदार नियुक्त करने के फैसले पर टिप्पणी करते कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ‘घर घर नौकरी’ देने का वायदा कांग्रेसी नेताओं के बेटे-बेटियों को सरकारी नौकरियां देकर पूरा कर रहे हैं, जबकि पंजाब के आम लोगों के बेटे-बेटियों को रोजगार मेलों के नाम पर परेशान किया जा रहा है।
मंगलवार को पार्टी के मुख्य दफ्तर से जारी बयान के द्वारा मीत हेयर ने कहा कि देश के लिए शहीद होने वाले सरदार ऊधम सिंह के परिवार के मैंबर दिहाडिय़ां करने के लिए मजबूर हैं। कैप्टन सरकार ने इस देश भक्त परिवार की ओर ध्यान ही नहीं दिया, परन्तु आतंकवादी हमले में मारे गए कांग्रेसी विधायकों के बेटों को बड़ी बड़ी नौकरियां दी जा रही हैं। जब कि 2017 में भी नियमों को दरकिनार कर बेअंत सिंह के पोते को सीधा डीएसपी लगाया गया था जो मसला आज भी हाई कोर्ट में पेंडिंग है।
उन्होंने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार की तरफ से विधायकों के पुत्रों को डीएसपी और तहसीलदार की नौकरियां देने का कारण दोनों विधायकों के पिता का आतंकवादी हमलों में मारे जाना बताया जा रहा है। मीत हेयर ने सवाल किया कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह बताए कि आतंकवादी हमले में मारे गए आम परिवारों के कितने बेटे-बेटियों को सरकारी नौकरियां दी हैं? उन्होंने कहा कि सरकारी नौकरियों की जरूरत आम परिवारों को है, न कि अरबपति विधायकों के परिवारों को।
मीत हेयर ने दोष लगाया कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह कांग्रेसी विधायकों के बच्चों को सरकारी नौकरियों दे कर सौदेबाजी कर रहा है, जो कांग्रेस पार्टी में कैप्टन के खिलाफ उठी बगावत को शांत करने की एक कोशिश है। उन्होंने कहा कि यदि आतंकवादी हमले के कारण हुई मौतें के चलते ही इन विधायकों के बच्चों को नौकरियां देनी बनती है तो 4 साल कैप्टन सरकार क्यों सो रही थी। वास्तव में कैप्टन सरकार की तरफ से पंजाब के लोगों के साथ की वायदा खिलाफी के कारण कांग्रेसी नेताओं ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह की कुर्सी खींचनी शुरू कर दी है और कैप्टन इन विधायकों के बच्चों को नौकरियां दे कर अपनी कुर्सी बचाने के लिए सौदेबाजी कर रहे।