कैप्टन का खेत मज़दूरों और भूमि रहित किसानों के कर्ज माफी का ऐलान करना किसानों को गुमराह करने की एक साजिश है- कुलतार सिंह संधवा

Kultar Singh Sandhwan
S. Kultar Singh Sandhwan

77 हजार के कर्जदार परिवार को केवल 20 हजार रुपए की दी माफी
कर्ज माफी में भी घोटाला, मंडी बोर्ड से 700 करोड़ वसूले परन्तु माफ किए केवल 590 करोड़
चंडीगढ़, 15 जुलाई 2021
पंजाब की कांग्रेस सरकार की ओर से सूबे के खेत मज़दूरों और भूमि रहित किसानों को केवल 590 करोड़ रुपए का कर्ज माफी के फैसले को विधान सभा चुनाव को देखते ‘किसानों को गुमराह करने की एक साजिश’ करार देते आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के विधायक और किसान विंग के सूबा प्रधान कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने साढ़े चार सालों में कर्ज माफी के फैसले ही किए हैं, परन्तु खेत मज़दूरों और भूमि रहित किसानों की बजाए कांग्रेसियों के ही कर्जे माफ किये हैं।
पार्टी के मुख्य दफ़्तर से जारी बयान के द्वारा किसान विंग के सूबा प्रधान कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि कैप्टन अमरिंदर सिंह ने 2017 की विधान सभा चुनाव के समय पंजाब के किसानों, खेत मज़दूरों और भूमि रहित किसानों के हर तरह के कजऱ्े कैबिनेट की पहली मीटिंग में माफ करने का वायदा किया था, परन्तु अफसोस की बात कि कांग्रेस सरकार का समय खत्म हो रहा है और मुख्यमंत्री कजऱ् माफी के फैसले ही कर रहे हैं। संधवां ने कहा कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने पंजाब के 2 लाख 85 हज़ार से अधिक के खेत मज़दूरों और भूमि रहित किसानों का 590 करोड़ रुपए का कर्ज माफ करने का ऐलान किया ‘जो ऊँट के मुंह ज़ीरा देने’ के बराबर है। उन्होंने बताया कि एक सर्वेक्षण की रिपोर्ट के अनुसार सूबे में एक खेत मज़दूर परिवार के सिर 77,000 रुपए का कजऱ् है, परन्तु कांग्रेस सरकार की तरफ से किए ऐलान के अनुसार एक खेत मज़दूर परिवार का केवल 20,000 रुपए का कजऱ् ही माफ होगा और परिवार के सिर पर करीब 57,000 रुपए के कजऱ्े की तलवार लटकी रहेगी।
इस कजऱ् माफी के ऐलान को कैप्टन अमरिन्दर सिंह का नया घोटाला कहते कुलतार सिंह संधवां ने बताया कि कैप्टन सरकार ने सूबे की मंडियों से वसूली जाती मार्केट फीस और देहाती विकास फंड में एक एक प्रतिशत विस्तार किया था। इस वृद्धि के साथ कैप्टन सरकार ने खेत मज़दूरों के कजऱ् माफी के नाम मंडी बोर्ड से 700 करोड़ इक_े किये, परन्तु कजऱ् केवल 590 करोड़ का ही माफ किया है। उन्होंने कहा कि कैप्टन सरकार ने साढ़े चार साल बीत जाने पर मज़दूर परिवार का केवल 20,000 रुपए का कजऱ् माफ किया, जबकि कांग्रेसी नेता बीबी राजिन्दर कौर भ_ल का करीब 80 लाख का कजऱ् चार साल पहले ही माफ कर दिया था। जिस से पता चलता है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह और कांग्रेस पार्टी सुविधा देने में मज़दूरों और किसानों के साथ पक्षपात करती है। संधवां ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह को कहा कि मुख्यमंत्री अपने वायदे के अनुसार किसानों, खेत मज़दूरों और भूमि रहित किसानों के हर तरह के कजऱ्े पूरी तरह से माफ करे।