राज्य में डेयरी सैक्टर का को-आपरेटिव सिस्टम मजबूत-डा. बनवारी लाल


पैक्स के लिए शीघ्र ही नए बाईलॉज
 
चंडीगढ़, 13 सितंबर – हरियाणा के सहकारिता मंत्री डा. बनवारी लाल ने कहा कि राज्य में डेयरी सैक्टर का को-आपरेटिव सिस्टम बहुत मजबूत है और इसका विशाल नेटवर्क है। इसके साथ विशेषकर युवाओं एवं महिलाओं को जोड़कर आत्मनिर्भर भारत का सपना साकार किया जा सकता है।

सहकारिता मंत्री आज यहां सब्जी, फल एवं खाद्य पर आधारित गठित किसान उत्पादक समूहों के साथ आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य में सहकारिता को बढावा देने के लिए पैक्स को बहुउद्वेशीय सेवा केन्द्र के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए नए बाईलॉज बनाए जा रहे हैं। इनमें पैक्स को एफपीओज की तरह कम्पनी में बदला जाएगा। इसके अलावा स्वंय सहायता समूहों को भी सहकारिता में लाया जाएगा। इस प्रकार पैक्स में पूरी पारदर्शिता आएगी और यह और वे बेहतर ढंग से कार्य कर सकेंगे।


डा. बनवारी लाल ने कहा कि एमएसएमई के तहत एक खण्ड एक उत्पाद योजना को भी एफपीओज के माध्यम से बढावा मिलेगा। एफपीओज एवं एसएचजी से उत्पादों में भी गुणवता आएगी और मार्केट चेन भी उपलब्ध करवाई जाएगी ताकि उन्हें अपने उत्पाद को बेचने में कोई परेशानी न आए। उन्होंने कहा कि एफपीओज व एसएचजी ग्रेडिंग करके अपने उत्पाद बाजार में उपलब्ध करवाएंगे तो उन्हें ऊंचे दाम भी मिलेंगे।

उन्होंने कहा कि डेयरी सैक्टर की असली ताकत छोटे किसानों द्वारा गठित एफपीओज हैं। प्रदेश में जितने अधिक एफपीओज गठित होंगे किसान उतने ही आर्थिक रूप से सशक्त एवं मजबूत बनेंगे। किसान उत्पादक समूहों से किसान स्वावलम्बन की ओर अग्रसर होंगे। इसलिए सब्जी, फल एवं खाद्य आधारित एफपीओज का ज्यादा से ज्यादा गठन किया जाए।

सहकारिता मंत्री ने कहा कि अधिकारी किसानों को जागरूक कर एफपीओज एवं एसएचजी बनवाएं। इन्हें सरकार द्वारा बडे़ स्तर पर अनुदान भी दिया जा रहा है। डेयरी उत्पाद में भी व्यापक स्तर पर सम्भावनाएं हैं।
इस अवसर पर कई एफपीओज एवं किसान नेता मौजूद रहे।