पूर्व जिला कांग्रेस प्रमुख के शिरोमणी अकाली दल में शामिल होने से कांग्रेस को मुख्यमंत्री के गृहनगर में झटका लगा

सरदार सुखबीर सिंह बादल ने दर्शन लाल शर्मा के अकाली दल में आने पर स्वागत किया
राज्य मंत्रालय से साधु सिंह धर्मसोत को बर्खास्त करने के साथ साथ उनके खिलाफ एस.सी छात्रवृत्ति घोटाले में मामला दर्ज करने की मंाग की
चंडीगढ़ 28जुलाई 2021 शिरोमणी अकाली दल अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल की उपस्थिति में पूर्व जिला कांग्रेस पार्टी के पूर्व जिला कांग्रेस प्रमुख आज शिरोमणी अकाली दल में शामिल हो गए , जिससे पंजाब कांग्रेस को मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब कांग्रेस को आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के गृहनगर में आज बहुत बड़ा झटका लगा।
श्री दर्शन लाल शर्मा जो कि बीस साल तक एक प्रतिष्ठित एस्काॅट इंडस्ट्रीज एम्पलाइज फेडरेशन बहादुरगढ़ के अध्यक्ष के रूप में कार्य किया तथा पंद्रह वर्षों तक ब्लाॅक समिति के सदस्य रहने के अलावा पंजाब प्रदेश कांग्रेस के सचिव भी रहे।
श्री शर्मा वरिष्ठ नेता पूर्व सांसद प्रोफेसर प्रेम सिंह चंदूमाजरा और हरिंदर सिंह चंदूमाजरा की मौजूदगी में शिरोमणी अकाली दल में शामिल हुए। इस अवसर पर गौ सेवा दल के पूर्व अध्यक्ष के साथ साथ पटियाला यूथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष अश्विनी गग्गी भी अकाली दल में शामिल हुए। शिरोमणी अकाली दल में वरिष्ठ नेता का स्वागत करते हुए सरदार बादल ने उन्हे उचित सम्मान देने का आश्वासन दिया। उन्होने कहा कि श्री शर्मा जैसे वास्तविक नेताओं के प्रति कांग्रेस के शीर्ष नेताओं के उदासीन रवैये के कारण जल्द ही पार्टी छोड़ देंगें।
इस अवसर पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए , अकाली दल अध्यक्ष ने कहा कि सीबीआई ने केंद्रीय समाज कल्याण मंत्रालय की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए 64 करोड़ रूपये के एस.सी छात्रवृत्ति घोटाले की जांच शुरू की, मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को समाज कल्याण मंत्री साधु सिंह धर्मसोत के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की ताकि पूरे मामले की स्वतंत्र तथा निष्पक्ष रूप से जांच सुनिश्चित की जा सके।
सरदार बादल ने एनडीए सरकार की किसानों की वास्तविक मांगों के प्रति संवेदनहीनता दिखाने के लिए भी निंदा की। उन्होने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार किसानों को यह कहकर किसानों को बदनाम करने की कोशिश कर रही है कि जब यह मुददा तीनों काले कानूनों को रदद करने का था पर वे बातचीत के लिए तैयार नही थे। ‘‘ पूरा किसान समुदाय चाहता है कि तीनों खेती कानूनों को रदद कर दिया जाए। सरकार को ऐसा करना चाहिए तथा फिर खेती अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने के तरीकों और साधनों पर बातचीत करनी चाहिए’’।
अकाली दल अध्यक्ष ने कहा शिअद-बसपा सांसदों ने इस मुददे पर संसद में लगातार विरोध प्रदर्शन कर किसानों के साथ एकजुटता दिखाई है। उन्होने कहा , ‘ जब तक केंद्र सरकार किसानों की मांगें नही मान लेती तब तक हम अपना विरोध जारी रखेंगे।
पंजाब के बारे में बोलते हुए सरदार बादल ने कहा कि अराजकता बढ़ रही है, और राज्य में असुरक्षा की भावना बढ़ रही है। उन्होने कहा कि सरकार ने साढ़े चार साल बर्बाद कर दिए और पंजाब को पीछे की ओर धकेल दिया , तथा कोई विकास नही हुआ। ‘‘ इसी तरह उद्योग के किसी भी बुनियादी ढ़ांचे का विकास नही किया गया। बेरोजगारी बढ़ रही है तथा अर्थव्यवस्था चरमर्रा गई है।

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