पीपीए रद्द करने संबंधी आप के विधानसभा में पेश किए गए प्राइवेट मेंबर बिल का सामना करने से बच रहे कांग्रेसी
कैप्टन स्पष्ट करें कि किन समझौतों को रद्द नहीं किया जा सकता है?
चंडीगढ़,2 सितंबर 2021
आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के वरिष्ठ नेता और विधायक अमन अरोड़ा ने कहा कि सत्ताधारी कांग्रेस निजी बिजली कंपनियों के साथ घातक समझौते रद्द करने से भाग रही है और नवजोत सिंह सिद्धू एंड कंपनी इस मामले को लेकर लोगों को गुमराह कर रही है।
गुरुवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में अमन अरोड़ा ने कहा कि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह की टिप्पणी “सभी 122 बिजली सौदों को रद्द नहीं किया जा सकता क्योंकि ऐसा करने से बिजली संकट पैदा होगा” ने साफ कर दिया है कि सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी भी बादलों की तरह निजी बिजली कंपनियों से दलाली नहीं छोड़ना चाहती, इसलिए बिजली समझौतों के बारे कुछ दिन पहले जो सुखबीर सिंह बादल कह रहे थे, बुधवार को मुख्यमंत्री ने भी वहीं दोहरा दिया है।
अमन अरोड़ा ने कहा कि घातक बिजली समझौते बेशक लोगों की जेब और पंजाब का खजाने पर डाका डाल रहे हों, लेकिन कैप्टन और बादल के लिए यह किसी ‘सोने की खान’ से कम नहीं है। इसलिए कांग्रेस के पास अब कोई उम्मीद नहीं बची है। अरोड़ा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस बिजली खरीद समझौतों पर बहस से भी भाग रही है। उन्हें रद्द करना तो दूर की बात है।
यदि सत्तारूढ़ दल इस मुद्दे पर जरा भी गंभीर होता तो आगामी सत्र में आम आदमी पार्टी के विधायक अमन अरोड़ा द्वारा लाए गए निजी सदस्य बिल विधेयक को स्वीकार कर सदन में इस पर गंभीरता से बहस करता तथा दलीलों के आधार पर घातक शर्तों वाले सभी बिजली समझौते रद्द करता ।
लेकिन कांग्रेस सरकार प्राइवेट मेंबर बिल का सामना करने से ही डर रही है और एक दिन पहले सत्र बुलाने के बजाय शुक्रवार को विधानसभा का सत्र बुलाया गया,क्योंकि विधानसभा के नियमों के अनुसार,निजी सदस्य बिल गुरुवार को ही सदन में पेश किया जा सकता है।
अमन अरोड़ा ने कैप्टन अमरिन्दर सिंह से पूछा कि अगर तीन राज्यों और केंद्र सरकार के बीच जल समझौते को विधानसभा के माध्यम से रद्द किया जा सकता है तो कैप्टन अमरिंदर सिंह पिछली बादल सरकार द्वारा निजी बिजली कंपनियों के साथ किए गए समझौतों को रद्द क्यों नहीं कर सकते?
आप नेता ने पंजाब प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में नवजोत सिंह सिद्धू को चुनौती देते हुए कहा कि वह फर्जी बयानबाजी करना छोड़ दें और सदन में बिजली समझौते रद्द करने के लिए आप के निजी सदस्य के बिल का समर्थन करें और अपने कांग्रेस विधायकों को व्हिप जारी करें।