कुर्सी की लड़ाई में करोना का कहर भूली सत्ताधारी कांग्रेस-मीत हेयर
तीसरी लहर के खतरे से लापरवाह सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू इस्तीफा दें-आप
चंडीगढ़, 27 जुलाई 2021
आम आदमी पार्टी (आप) ने पंजाब में कोविड-19 टीकाकरण मुहिम के बुरी तरह से फ्लॉप रहने का कड़ा नोटिस लेते हुए राज्य और केंद्र सरकार पर गंभीर लापरवाही करने का आरोप लगाए हैं और पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू का इस्तीफा मांगा है।
मंगलवार को पार्टी मुख्यालय से जारी संयुक्त बयान में पार्टी के सीनियर नेता व विधायक अमन अरोड़ा और यूथ विंग के अध्यक्ष व विधायक मीत हेयर ने कहा कि एक तरफ देश-दुनिया में करोना की तीसरी लहर के नाम पर डर का माहौल बन रहा है, वहीं दूसरी तरफ टीकाकरण मुहिम के अंतर्गत पंजाब में केवल 5.35 प्रतिशत लोगों को दूसरी डोज (खुराक) मुहैया हो सकी है। मतलब 94 प्रतिशत से अधिक आबादी के सर पर करोना का खतरा मंडरा रहा है। यह सीधे तौर पर प्रदेश और केंद्र सरकार की नालायकी है, जिन्होंने पंजाब के लोगों को भगवान भरोसे छोड़ दिया है।
अमन अरोड़ा ने कहा,‘मिशन फतेह’ पर सरकारी खजाने से जनता के करोड़ों रुपए बर्बाद करने वाली सत्ताधारी कांग्रेस खास कर सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू बताएं कि उन्होंने करोना के विरुद्ध जंग और टीकाकरण मुहिम के लिए इतनी लापरवाही धारी हुई है? क्योंकि अभी तक करोना से पूरी सुरक्षा के लिए जरूरी दोनों खुराकें (टीके) सिर्फ 17.62 लाख लोगों को ही लग पाई हैं, जबकि पहली डोज (एक खुराक) लेने वालों की संख्या भी सिर्फ 77 लाख 16 हज़ार 433 लोगों की है, जो कुल आबादी का एक तिहाई हिस्सा भी नहीं बनता।
अमन अरोड़ा और मीत हेयर ने सेहत मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू से नैतिकता के आधार पर इस्तीफा मांगते कहा कि टीकों (खुराकों)की कमी का सिर्फ केंद्र के सिर ठीकरा फोड़ सेहत मंत्री और कैप्टन सरकार अपनी जिम्मेदारी से नहीं भाग सकते।
‘आप’ नेताओं ने कहा कि सत्ताधारी कांग्रेस ने कुर्सी की आपसी लड़ाई के दौरान पंजाब के सभी अहम मुद्दों को भुला दिया है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेसियों ने दिल्ली के जितने चक्कर’ ‘कुर्सी’ छीनने या बचाने के लिए लगाए हैं, यदि कोविड-19 टीकाकरण टीकों के लिए लगाए होते तो टीकाकरण मुहिम ने इस कद्र फ्लॉप नहीं होना था।
अमन अरोड़ा और मीत हेयर ने केंद्र की मोदी सरकार पर पंजाब के साथ भेदभाव करने का आरोप लगाया। उन्होंने अपील की है कि मोदी सरकार किसान आंदोलन के कारण बदलेखोरी वाली भावना त्याग कर प्रदेश के लोगों के लिए करोना टीकों की खुराकें उचित मात्रा में भेजे, जिससे पंजाब की जनता करोना की दूसरी ही नहीं बल्कि तीसरी लहर से भी सुरक्षित रह सके।