कोविड गाइडलाइन के अनुपालन से सुचारू रूप से चल रही इंडस्ट्री, डेलीवेज कर्मियों को भी मिल रहा काम

चंडीगढ़, 10 जनवरी 2022

हरियाणा में कोविड गाइडलाइन के मुताबिक इंडस्ट्री सुचारू रूप से चल रही है। सभी डेलीवेज कर्मियों को काम मिल रहा है। अलग-अलग इंडस्ट्री और जिलों में कार्यरत ट्रेड यूनियनों ने भी यह माना है। जनवरी 2022 के पहले 9 दिनों में ई-श्रम पोर्टल पर भी 12,07,677 दैनिक श्रमिकों व असंगठित श्रमिकों का पंजीकरण हुआ है।

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एक दैनिक समाचार पत्र में ‘डेलीवेजी कर्मियों को नहीं मिल रहा पूरा काम’ शीर्षक से छपी खबर का खंडन करते हुए सरकारी प्रवक्ता ने बताया कि सरकार ने समाचार रिपोर्ट का तत्काल संज्ञान लिया और रिपोर्ट में उल्लेखित जिलों और औद्योगिक प्रतिष्ठानों पर विशेष जोर देते हुए जांच की। गुरुग्राम के विभिन्न औद्योगिक संघों और ट्रेड यूनियनों की फील्ड जांच रिपोर्ट ने इस बात से इंकार किया है कि प्रतिष्ठान मजदूरों के पलायन की स्थिति का सामना कर रहे हैं। इसके साथ-साथ हीरो मोटोकॉर्प लिमिटेड ने भी मौजूदा कोविड परिदृश्य के कारण किसी भी श्रेणी की जनशक्ति को कम करने से इनकार किया है और स्पष्ट किया है कि वे सप्ताह में छह दिन काम कर रहे हैं।

प्रवक्ता ने बताया कि यमुनानगर के हरियाणा प्लाइवुड मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन ने भी कोरोना के कारण किसी भी तरह के पलायन से इनकार किया है। उनका कहना है कि मजदूरों का आना-जाना ब्याह-शादी के मौसम के कारण होता है और भविष्य में उत्तर प्रदेश चुनाव के कारण कुछ हलचल होने की संभावना है। हितधारक से इनपुट लेने के बाद सौंपी गई पानीपत की फील्ड रिपोर्ट में भी कोरोना के कारण श्रमिकों के पलायन से इंकार किया गया है और कहा गया है कि काम हमेशा की तरह चल रहा है। पानीपत की विभिन्न ट्रेड यूनियनों ने भी कहा है कि काम हमेशा की तरह चल रहा है और कोरोना के कारण मजदूरों का पलायन नहीं हो रहा है।

सरकारी प्रवक्ता का कहना है कि भिवानी और यमुनानगर की एक या दो फैक्ट्रियों में शिफ्टों की संख्या कम करने और कुछ मामलों में प्रत्येक शिफ्ट में कार्यबल को आधा करने के मुद्दे थे। लेकिन काम के नुकसान के कारण कोई भी कर्मचारी हरियाणा से बाहर नहीं गया है। प्रतिष्ठान हमेशा की तरह ओमिक्त्रोन के बीच अपने कार्यबल का ख्याल रखते रहे हैं।

प्रवक्ता ने बताया कि जनवरी, 2022 के पहले 9 दिनों के दौरान ई-श्रम पोर्टल पर 12,07,677 दैनिक श्रमिकों/असंगठित श्रमिकों का पंजीकरण हुआ है जो एक पूरी तरह से अलग तस्वीर प्रस्तुत करता है कि प्रेस रिपोर्ट में कोई प्रामाणिकता नहीं है। विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों और उपरोक्त हितधारकों द्वारा प्रस्तुत रिपोर्टों की सराहना करने पर, कोई सबूत नहीं मिला है जो उक्त समाचार रिपोर्ट की सामग्री को सहयोग कर सके। यहां यह बताना उचित होगा कि परिवहन विभाग से प्राप्त आंकड़ों ने कम सवारियों का संकेत दिया और मजदूरों के इस तरह के किसी भी आंदोलन का खंडन किया। हरियाणा रोडवेज में सवारियों की संख्या अब 2021 के नवंबर और मध्य दिसंबर की तुलना में कम हो गई है। इस प्रकार जनवरी, 2022 में ओमिक्त्रोन कोविड प्रोटोकॉल के साथ हरियाणा रोडवेज की सवारियों की संख्या दिसंबर, 2021 की तुलना में कम है। जो साबित करता है कि रिपोर्ट के तथ्यों की कोई प्रमाणिकता नहीं है।

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