समीर वानखेड़े को तंग-परेशान करने का मामला:
चंडीगढ़, 7 जनवरी 2022
राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने मुंबई के नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को तंग-परेशान करने के मामले में महाराष्ट्र के मुख्य सचिव, डीजीपी तथा मुंबई के पुलिस कमिश्नर के साथ-साथ गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय सचिव को 31 जनवरी को नई दिल्ली में अनुसूचित जाति आयोग के चेयरमैन विजय सांपला के आगे व्यक्तिगत तौर पर पेश होने के लिए नोटिस जारी किया है।
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मुंबई के पुलिस कमिश्रर को लिखित नोटिस जारी करते हुए आयोग के डायरेक्टर ने कहा कि 31 जनवरी को आयोग के चेयरमैन विजय सांपला ने मुंबई के पुलिस कमिश्रर के साथ-साथ महाराष्ट्र के मुख्य सचिव, डीजीपी तथा गृह मंत्रालय के राष्ट्रीय सचिव को व्यक्तिगत तौर पर पेश होने को कहा है। उन्होंने कहा कि तारीख वाले दिन सभी अफसरों को कार्रवाई रिपोर्ट सहित सभी दस्तावेज लेकर इस मीटिंग में लेकर आने को कहा गया है।
अनुसूचित जाति आयोग ने महाराष्ट्र सरकार को भी हिदायत की है कि जब तक आयोग अपनी जांच पड़ताल मुकम्मल नहीं कर लेता, तब तक केस में कोई अंतिम फैसला न लिया जाए। आयोग के डायरेक्टर ने मुंबई के पुलिस कमिश्रर को लिखे पत्र में कहा है कि यह आदेश आयोग के संविधान की धारा 7/2 के तहत जारी किए गए हैं।
उल्लेखनीय है कि नार्कोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े उस समय खबरों में चर्चा में आए थे, जब शाहरूख खान के पुत्र आर्यन खान को नशीले पदार्थों के मामले में गिरफ्तार किया गया था। उन पर महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने आरोप लगाया था कि समीर ने जाति का जाली सर्टीफिकेट देकर नौकरी हासिल की थी। समीर ने कहा कि उसको झूठे केस में फंसाया जा रहा है।
समीर वानखेड़े ने आयोग के समक्ष शिकायत की थी कि उनको जानबूझकर तंग-परेशान किया जा रहा है।