दिल्ली मॉडल ने पंजाब की बिजली गुल कर दी : शिरोमणी अकाली दल

_ Balwinder Singh Bhundur
Delhi model has electrocuted Punjab with power outages – SAD
कहा कि अगर यह वही बदलाव हैजिसका आप पार्टी ने वादा किया था तो पंजाब की खेती और औद्योगिक अर्थव्यवस्था पूरी तरह से तबाह हो जाएगीसरदार बलविंदर सिंह भूंदड़

चंडीगढ़ 28 अप्रैल 2022

शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि आम आदमी  पार्टी ने  जिस दिल्ली मॉडल से पंजाब को बिजली      आपूर्ति का वादा किया था, जिसमें 24 घंटे बिजली की आपूर्ति का वादा किया था, जबकि अब राज्य को  गर्मी के मौसम की शुरूआत में 18 घंटे बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है।

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यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए वरिष्ठ अकाली नेता सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़ ने कहा, ‘‘ यदि आप पार्टी ने यह बदलाव करने का वादा किया था, तो इससे न केवल राज्य की कृषि और औद्योगिक अर्थव्यवस्था का विनाश होगा, बल्कि आम आदमी की कठिनाईयों का भी कारण बनेगा’’। उन्होने कहा कि बिजली के ब्रेक डाउन ने साबित कर दिया है कि आम आदमी पार्टी के पास पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएसपीसीएल) को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कोई विजन डॉक्यूमेंट नही है , और इन्होने 24 घंटे बिजली आपूर्ति के वादे के साथ पंजाबियों को मुर्ख बनाया है।

सरदार बलविंदर सिंह भूंदड़ ने मुख्यमंत्री भगवंत मान से बिजली की स्थिति की समीक्षा करने और अपने राज्य  को व्यवस्थित करने के लिए कहते हुए कहा कि पहले पंजाब बिजली क्षेत्र में देश में सर्वक्षेष्ठ था।
‘‘ राज्य ने सरदार परकाश सिंह बादल की अकाली दल की अगुवाई वाली सरकार के दौरान बिजली सरप्लस बनने का गौरव हासिल किया था तथा उनके कार्यकाल के दौरान राज्य की बिजली उपयोगिता को देश में सर्वक्षेष्ठ स्थान दिया गया था। यह बेहद  दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि अब स्थिति ऐसी हो गई है कि पंजाबी ग्रामीण इलाकों को अठारह घंटे बिजली कटौती का सामना करना पड़ रहा है, और यहां तक कि शहरी इलाकों में भी  लगातार आठ घंटे बिजली की आपूर्ति नही हो रही  है’’।

वरिष्ठ अकाली नेता ने आगे की योजना बनाने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि यदि सरकार ने समय पर आवश्यक व्यवस्था नही की, तो धान की फसल पूरी तरह खतरे में पड़ सकती है। उन्होने कहा कि आलू उत्पादकों और सब्जियों की खेती करने वालों को भी भारी नुकसान का सामना करना पड़ रहा है, क्योंकि उन्हे अपने खेतों की सिचांई के लिए डीजल जनरेटर पर निर्भर रहना पड़ रहा है। ‘‘ बिजली की कमी किसानों को वैकल्पिक फसलें उगाने की अनुमति नही दे रही है’’।

यह कहते हुए कि ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में सामान्य जनजीवन भी बाधित हुआ है, सरदार भूंदड़ ने कहा कि बिजली की अनिर्धारित कटौती के कारण कई क्षेत्रों में पानी आपूर्ति भी बाधित हुई है। ‘‘ शहरी क्षेत्रों में  डीजल जनरेटर जो पहले बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होने के कारण गायब हो गए थे, वापिस  लगाए जा रहे हैं’’। उन्होने कहा कि औद्योगिक क्षेत्र जो पहले कोविड महामारी के कारण पहले मंदी में रहने के बाद वापसी करने की कोशिश कर रहा है वह भी अनिर्धारित बिजली कटौती के कारण बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।

सरदार भूंदड़ ने  मुख्यमंत्री से धान की खेती के मौसम के दौरान ग्रामीण क्षेत्रों में निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने के साथ साथ इंडक्शन फर्नेस सहित भारी उद्योगों को निर्बाध बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करने की भी अपील की है।