नशे के खिलाफ जंग को जन आंदोलन बनाने के लिए हर संभव कदम उठाएंगे: डिप्टी कमिश्नर दीपशिखा शर्मा

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ਨਸ਼ਿਆਂ ਵਿਰੁੱਧ ਜੰਗ ਨੂੰ ਲੋਕ ਲਹਿਰ ਬਣਾਉਣ ਲਈ ਹਰ ਸੰਭਵ ਕਦਮ ਚੁੱਕਾਂਗੇ: ਡਿਪਟੀ ਕਮਿਸ਼ਨਰ ਦੀਪਸ਼ਿਖਾ ਸ਼ਰਮਾ
नशे के प्रति किसी भी तरह की ढील नहीं दी जाएगी: एस.एस.पी. भुपिंदर सिंह सिद्धू

‘नशे के खिलाफ निर्णायक जंग’ शुरू करने के लिए डिप्टी कमिश्नर और एस.एस.पी. की अगुवाई में बैठक आयोजित

फिरोजपुर, 1 मार्च 2025

जिले फिरोजपुर की सीमा के अंदर ‘नशे के खिलाफ निर्णायक जंग’ की रूपरेखा तैयार करने के लिए डिप्टी कमिश्नर दीपशिखा शर्मा और एस.एस.पी. भुपिंदर सिंह सिद्धू की अगुवाई में एक विशेष बैठक हुई, जिसमें जिले को नशा मुक्त करने के लिए हर संभव कदम उठाने पर जोर दिया गया।

आज यहां सभी सिविल और पुलिस अधिकारियों के साथ हुई विशेष बैठक के दौरान नशा तस्करों के खिलाफ मिसाली कार्रवाई सुनिश्चित करने पर बल देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि नशे के खिलाफ जंग को जन और सामाजिक अभियान में बदलने के लिए ठोस योजना बनाई गई है और जल्द ही जिले को नशा मुक्त करने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगले तीन महीनों के भीतर फिरोजपुर जिले को नशा मुक्त करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार पहले ही युवाओं की असीम ऊर्जा को सकारात्मक दिशा में लगाने के लिए ठोस प्रयास कर रही है।

नशे की खपत या इसके प्रोत्साहन में शामिल लोगों के खिलाफ मिसाली कार्रवाई करने के आदेश देते हुए डिप्टी कमिश्नर ने कहा कि नशा तस्करी के दोषियों की संपत्ति तुरंत प्रभाव से जब्त की जाएगी और व्यापारिक उद्देश्य से नशे की बरामदगी वाले मामलों में अवैध संपत्तियों को सौ प्रतिशत ध्वस्त कर दिया जाएगा। उन्होंने आदेश दिए कि 48 घंटे के भीतर नशा तस्करों के हथियार लाइसेंस रद्द किए जाने को सुनिश्चित किया जाए।

डिप्टी कमिश्नर ने निर्देश देते हुए कहा कि जिले के सभी एस.डी.एम. और डी.एस.पी. एक टीम के रूप में कार्य करेंगे और अपने अधिकार क्षेत्र में स्थित ओट केंद्रों, नशा मुक्ति केंद्रों और पुनर्वास केंद्रों में भोजन, सुविधाएं, काउंसलिंग और सुरक्षा समेत सभी व्यवस्थाओं के लिए जिम्मेदार होंगे। उन्होंने कहा कि यदि किसी नशाग्रस्त मरीज की मृत्यु होती है, तो संबंधित टीम 48 घंटे के भीतर मुख्यमंत्री राहत कोष संबंधी केस तैयार करके जिला प्रशासन को भेजना सुनिश्चित करेगी।

उन्होंने मार्च महीने की गतिविधियों का शेड्यूल तैयार करने के आदेश देते हुए कहा कि हर सब-डिवीजन में साइकिल रैली, सेमिनार, मैराथन और खेलकूद आदि कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, जिनमें युवाओं को शामिल कर नशे से दूर रहने के प्रति जागरूक किया जाए। उन्होंने बी.एस.एफ. के साथ तालमेल करके विभिन्न गतिविधियों संबंधी कार्यक्रम तैयार करने को भी कहा। उन्होंने कहा कि जिला स्तर पर एक रिपोर्टिंग सेंटर स्थापित किया जाएगा, जहां नशे के खिलाफ अभियान संबंधी पूरी जानकारी एकत्रित की जाएगी।

डिप्टी कमिश्नर ने सिविल सर्जन को रोजाना ओट केंद्रों, नशा मुक्ति केंद्रों और पुनर्वास केंद्रों का दौरा करने और वहां आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों में मानव संसाधन (मनोचिकित्सक और काउंसलर आदि), टेस्टिंग किट, दवाएं, सुरक्षा (सुरक्षा स्टाफ/सी.सी.टी.वी.), सफाई और अन्य बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध होनी चाहिए। उन्होंने ड्रग इंस्पेक्टरों को मेडिकल स्टोर्स की लगातार जांच सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

उन्होंने नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए निर्देश देते हुए कहा कि पुनर्वास केंद्रों में खेल कार्यक्रम, कौशल विकास कार्यक्रम आदि आयोजित किए जाएं, ताकि नशा पीड़ितों को इन गतिविधियों में शामिल किया जा सके। उन्होंने कहा कि जनसभाएं, कैंप, सेमिनार, साइकिल रैलियां, मानव श्रृंखलाएं, खेल आयोजन, हुनर विकास कार्यक्रम आदि के रूप में हर महीने जन संपर्क कार्यक्रम आयोजित किए जाएं।

डिप्टी कमिश्नर ने जिला शिक्षा अधिकारी (माध्यमिक) को निर्देश दिए कि सभी स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाएं और स्कूल छोड़ चुके बच्चों की सूची तैयार कर उन्हें फिर से स्कूल भेजने हेतु प्रेरित करने के कदम उठाए जाएं। उन्होंने कहा कि विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से छात्रों को नशे के खिलाफ अभियान का हिस्सा बनाया जाए। उन्होंने निर्देश दिया कि रोजाना की असेंबली में नशा विरोधी संदेश या वीडियो प्रसारित किया जाए और बडी प्रोग्राम को विशेष रूप से चलाने के निर्देश भी दिए।

एस.एस.पी. भुपिंदर सिंह सिद्धू ने इस मौके पर कहा कि पंजाब पुलिस अपनी शानदार परंपरा को कायम रखेगी और आम लोगों के सक्रिय सहयोग से जिले को पूरी तरह नशा मुक्त बनाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस का कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए विभिन्न चुनौतियों से निपटने का लंबा और गौरवशाली इतिहास रहा है। उन्होंने सिविल प्रशासन को पूरा समर्थन और सहयोग देने का आश्वासन देते हुए कहा कि स्कूलों और कॉलेजों में इस बुराई की रोकथाम के लिए आवश्यक कदम उठाए जाने चाहिए, ताकि हमारे युवा इसकी चपेट में न आएं।

नशे की सप्लाई चेन को पूरी तरह तोड़ने और नशे के कारोबारियों को जेल में डालने की वकालत करते हुए उन्होंने कहा कि जिला पुलिस यह भी सुनिश्चित करेगी कि नशा तस्करों और अपराधियों से सख्ती से निपटा जाए।

एस.एस.पी. ने कहा कि नशे से अधिक प्रभावित क्षेत्रों (हॉटस्पॉट) की गहराई से पहचान करने पर जोर देते हुए कहा कि हर पंद्रह दिन में प्रभावित इलाकों में और हर सप्ताह जेलों में तलाशी अभियान (सी.ए.एस.ओ.) चलाया जाएगा और प्रभावित क्षेत्रों में दिन-रात कड़े स्तर पर अभियान चलाया जाएगा।

इस मौके पर एस.डी.एम. जीरा गुरमीत सिंह, एस.डी.एम. गुरुहरसहाय दिव्या पी., सहायक आयुक्त सिमरनजीत सिंह, एस.पी.डी. मनजीत सिंह, डी.एस.पी. सुखविंदर सिंह, सिविल सर्जन डॉ. राजविंदर कौर, जिला विकास एवं पंचायत अधिकारी हरजिंदर सिंह, जिला शिक्षा अधिकारी (सेकेंडरी) मुनीला अरोड़ा, जिला शिक्षा अधिकारी (एलीमेंट्री) सुनीता रानी, समेत जिले के समस्त ब्लॉक विकास एवं पंचायत अधिकारी उपस्थित थे।

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