विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) 30 जनवरी को द्वि-उपयोगी वस्तुओं, सॉफ्टवेयर और प्रौद्योगिकी की व्यापार स्थिति पर चर्चा करेगा

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विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) 30 जनवरी को द्वि-उपयोगी वस्तुओं, सॉफ्टवेयर और प्रौद्योगिकी की व्यापार स्थिति पर चर्चा करेगा
शीर्ष ​उद्योगपतियों, सरकारी अधिकारियों को एससीओएमईटी (स्कोमेट) सूची के अंतर्गत विभिन्‍न क्षेत्रों में निर्यात नीतियों के अनुपालन पर चर्चा करने के लिए आमंत्रित किया गया

राष्ट्रीय सम्मेलन एससीओएमईटी (स्कोमेट) नीति, लाइसेंसिंग प्रक्रियाओं, प्रवर्तन तंत्र और आपूर्ति श्रृंखला अनुपालन कार्यक्रमों को सुव्यवस्थित करने पर ध्यान केंद्रित करेगा

Delhi: 28 JAN 2024

विदेश व्यापार महानिदेशालय, वाणिज्य विभाग द्वि-उपयोगी (औद्योगिक और सैन्य) वस्‍तुओं, सॉफ्टवेयर और प्रौद्योगिकियों के निर्यात से संबंधित अनुपालन नीति को सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय और अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ मिलकर रणनीतिक व्यापार नियंत्रण पर राष्‍ट्रीय सम्‍मेलन (एनसीएसटीसी) का आयोजन कर रहा है। इस दौरान [विशेष रसायन, जीवों, सामग्री, उपकरण और प्रौद्योगिकी (स्कोमेट) और निर्यात नियंत्रण से संबंधित] प्रणाली और इसके अंतर्राष्‍ट्रीय सर्वश्रेष्‍ठ अभ्‍यासों पर चर्चा होगी।

इस सम्मेलन का आयोजन 30 जनवरी, 2024 को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में किया जाएगा। विदेश व्यापार महानिदेशालय ने अपनी वेबसाइट और अन्य संबंधित मंचों के माध्यम से सभी इच्छुक उद्योग व अन्य हितधारकों को आयोजित सम्मेलन के पंजीकरण के लिए आमंत्रित किया गया है। इस सम्‍मेलन में प्रमुख अंतर्राष्‍ट्रीय वक्‍ता भाग लेंगे। इनमें संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएससी) की 1540 समिति के अध्यक्ष और मिसाइल प्रौद्योगिकी नियंत्रण व्यवस्था (एमटीसीआर) के अध्यक्ष, वाणिज्य सचिव, केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी) के सदस्य, विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) के महानिदेशक सहित अन्‍य वरिष्ठ सरकारी अधिकारी शामिल होंगे और उद्योग समुदाय व अन्य हितधारकों को संबोधित करेंगे। सम्मेलन में 500 से अधिक उद्योग प्रतिनिधियों के भाग लेने की आशा है।

सम्मेलन में सरकार के विभिन्न विभागों/संगठनों के अधिकारियों के भाग लेने की आशा है जो भारत के रणनीतिक व्यापार नियंत्रण प्रणाली और उद्योग का एक हिस्सा है। यह सम्मेलन मुख्य रूप से विशेष सामग्री और उच्च तकनीकी उपकरण, रसायन, जैव प्रौद्योगिकी, रक्षा, एयरोस्पेस (ड्रोन/यूएवी सहित), इलेक्ट्रॉनिक्स और अर्धचालक, दूरसंचार, सूचना सुरक्षा आदि व संबंधित सॉफ्टवेयर और प्रौद्योगिकी सहित भारत की स्कोमेट सूची के अंतर्गत विनियमित क्षेत्रों में कार्य करने वालों की उद्योग जगत तक पहुंच सुनिश्चित करने पर आधारित है।

सम्मेलन में विभिन्न शीर्ष उद्योगपति द्वि-उपयोगी वस्तुओं और प्रौद्योगिकियों के निर्यात से संबंधित अनुभव साझा करेंगे। एक दिवसीय सम्मेलन में नियोजित विषयगत सत्र आयोजित किए जाएंगे और यह भारत की रणनीतिक व्‍यापार नियंत्रण प्रणाली पर केंद्रित होंगे। इनमें कानूनी और नियामक ढांचा, स्कोमेट नीति और लाइसेंसिंग प्रक्रियाओं को सुव्यवस्थित करने के लिए उठाए गए कदम, प्रवर्तन तंत्र और आपूर्ति श्रृंखला अनुपालन कार्यक्रम शामिल हैं।

भारत की रणनीतिक व्यापार नियंत्रण प्रणाली के एक हिस्से के रूप में और संबंधित नियंत्रण सूचियों, दिशानिर्देशों और अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों, यांत्रिकी और व्यवस्थाओं के प्रावधानों के अनुरूप, भारत द्वि-उपयोगी वस्तुओं, परमाणु संबंधित वस्तुओं और सैन्य वस्तुओं के निर्यात को नियंत्रित करता है। इनमें स्कोमेट सूची के अंतर्गत सॉफ्टवेयर और प्रौद्योगिकी को शामिल किया गया है और यह विदेश व्यापार नीति के तहत विदेश व्यापार महानिदेशालय (डीजीएफटी) द्वारा अधिसूचित किया गया है।

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