हरियाणा सरकार ने कोविड लॉकडाउन अवधि के दौरान 4.32 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों एवं श्रमिकों को उनके घर वापिस भेजा

DGP Haryana talks about arranging transportation to migrant workers and labourers in Covid-19 lockdown

हरियाणा सरकार ने कोविड लॉकडाउन अवधि के दौरान 4.32 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों एवं श्रमिकों को उनके घर वापिस भेजा

चंडीगढ़, 15 जनवरी- हरियाणा सरकार ने कोविड लॉकडाउन अवधि के दौरान पुलिस और नागरिक प्रशासन द्वारा चलाए गए संयुक्त अभियानों की मदद से 4.32 लाख से अधिक प्रवासी मजदूरों एवं श्रमिकों को उनके घर वापिस लौटा कर उनके चेहरों पर मुस्कान ला दी।

हरियाणा के पुलिस महानिदेशक मनोज यादव ने आज यहां यह जानकारी देते हुए बताया कि गत वर्ष लॉकडाउन अवधि के दौरान सीआईडी द्वारा चलाए गए ‘ऑपरेशन संवेदना’ के तहत विशेष रेलगाडिय़ों और बसों की व्यवस्था करके सभी फंसे हुए प्रवासी मजदूरों एवं श्रमिकों को उनके मूल राज्यों को वापिस भेजा गया।

उन्होंने कहा कि इस अभियान के तहत कोविड लॉकडाउन के दौरान अपने मूल राज्यों में लौटने की इच्छा व्यक्त करने वाले प्रवासियों को वापिस भेजा गया। उन्होंने कहा कि 3.20 लाख प्रवासी मजदूरों और 1.11 लाख से अधिक ईंट भ_ा श्रमिकों को उनके गृह राज्यों में सुरक्षित पहुंचाने के लिए कुल 100 विशेष ट्रेनों और लगभग 6,600 बसों की व्यवस्था की गई।

 यादव ने कहा कि महामारी के दौरान मजदूरों एवं श्रमिकों को वापिस उनके मूल राज्यों में भेजने का काम काफी चुनौतीपूर्ण था इसलिए राज्य सरकार द्वारा परिवहन व्यवस्था की निगरानी करने और भारतीय रेल एवं परिवहन विभाग के नोडल अधिकारियों के साथ समन्वय स्थापित करने के लिए हरियाणा के तत्कालीन अतिरिक्त डीजीपी सीआईडी, श्री अनिल कुमार राव को राज्य नोडल अधिकारी नियुक्त किया गया। उन्होंने कहा कि सीआईडी इकाई ने कोविड को फैलने से रोकने के सभी उचित उपाय सुनिश्चित करते हुए श्रमिकों को उनके मूल स्थानों पर सुरक्षित पहुंचाया।

उन्होंने कहा कि ट्रेनों और बसों का समस्त खर्च राज्य सरकार द्वारा वहन किया गया। यात्रा करने वाले सभी प्रवासी मजदूरों और श्रमिकों की चिकित्सा जांच एवं थर्मल स्क्रीनिंग करने के बाद उन्हें यात्रा के दौरान पैक्ड भोजन, पानी की बोतलें, फल एवं जूस भी दिया गया।

इसी प्रकार, अन्य राज्यों के नोडल अधिकारियों से संपर्क करके वहां फंसे हरियाणा के लगभग 16,860 निवासियों को बसों द्वारा हरियाणा वापिस लाया गया।

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन संवेदना के तहत पुलिस के इन प्रयासों की सभी वर्गों के लोगों द्वारा व्यापक सराहना गई है।

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