ज़िला प्रशासन ने पराली जलाने के 492 मामलों में 11.77 लाख का वातावरण मुआवज़ा लगाया

GHANSHYAM THORI
JALANDHAR RANKS FIRST IN PROVIDING CITIZEN SERVICES WITH ZERO PERCENT PENDENCY RATE IN STATE: GHANSHYAM THORI
पराली जलाने के 100 प्रतिशत मामलों में खसरा गिरदावरी की रैड एंटरी की जायेगी: डिप्टी कमिश्नर
डिप्टी कमिश्नर ने किसानों को पराली को आग लगाने के रुझान को छोड़ने की अपील की

जालंधर,12 नवम्बर 2021

ज़िला जालंधर में धान की पराली को आग लगाने के रुझान को रोकने  के लिए ज़िला प्रशासन की तरफ से अब तक पराली जलाने के 492 मामलों में 11.77 लाख रुपए का वातावरण मुआवज़ा लगाया गया है।

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यह बात डिप्टी कमिश्नर जालंधर श्री घनश्याम थोरी ने मुख्य सचिव श्री अनिरुद्ध तिवाड़ी की अध्यक्षता में वीडियो कान्फ़्रैंस के द्वारा हुई बैठक, जिसमें कमिश्न फार एयर क्वालिटी मैनेजमेंट के चेयरमैन डा. एम.एम. कुटी भी मौजूद थे, में हिस्सा लेते हुए कही। उन्होंने मुख्य सचिव को ज़िले में पराली जलाने के रुझान को रोकने के लिए उठाए जा रहे कदमों से अवगत करवाते हुए बताया कि पराली को आग लगाने की घटनाओं को रोकने के लिए आई.ई.सी. अभियान से ले कर इनफोरसमैंट अभियान तक बहुपक्षीय नीति अपनाई जा रही है और पराली जलाने के 100 प्रतिशत मामलों में खसरा गिरदावरी की रैड्ड एंटरी करने के निर्देश जारी किये गए है।

डिप्टी कमिशनर ने आगे बताया कि अब तक पराली जलाने के 492 मामलों में 11,77500 रुपए वातावरण मुआवज़ा लगाया गया है।उन्होंने आधिकारियों को यह यकीनी बनाने के आदेश दिए कि पराली जलाने के उन सभी मामलों में रेड एंटरी को यकीनी बनाया जाये, जहाँ समर्थ अथारिटीज़ की तरफ से पराली को जलाने की पुष्टि की जाती है।

श्री थोरी ने आधिकारियों को पराली को आग लगाने की घटनाओं की मौके पर जा कर पुष्टि को यकीनी बनाते हुए ऐसी घटनाओ पर नज़र रखने के आदेश दिए। उन्होंने बताया कि प्रशासन की तरफ से धान की पराली के सभ्यक प्रबंधन के लिए किसानों को कई प्रकार की सहायता देने के इलावा सस्ते रेट पर और विशेषकर छोटे और मध्यम किसानों को कस्टम हायर सैंटर से मुफ़्त मशीनरी उपलब्ध करवाई जा रही है। उन्होंने आधिकारियों को पराली की सभ्य संभाल के लिए दी जा रही मशीनरी की 100 प्रतिशत प्रयोग को यकीनी बनाने के निर्देश दिए जिससे कोई भी मशीन बिना प्रयोग के न रहे। उन्होंने बताया कि सरकार की तरफ से किसानों को मशीनरी उपलब्ध करवाने के लिए आई -खेत एप भी शुरू की गई है, जहाँ से किसान अपने नजदीकी कस्टम हायर सैंटरों के पास उपलब्ध मशीनरी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते है।

श्री थोरी ने किसानों को धान की पराली को आग न लाने की अपील करते हुए कहा कि इससे आग कारण होने वाला धुआँ दमा के मरीज़ों की मुश्किलें बढा सकता है, जो कि पहले ही कमज़ोर इम्यून सिस्टम से पीडित है।

इस अवसर पर अतिरिकत डिप्टी कमिश्नर (ज) अमरजीत सिंह बैंस  एस.डी.एम. हरप्रीत सिंह अटवाल, बलबीर राज, पूजा सिंह, लाल विश्वास, मुख्य कृषि अधिकारी श्री यशवंत राय और अन्य अधिकारी मौजूद थे।

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