फोर्टिस अस्पताल मोहाली के डॉक्टरों ने रोबोटिक मशीन दा-विंची का किया सफल प्रयोग

रोबोट सहायता प्राप्त दा-विंची सर्जरी से प्रोस्टेट कैंसर रोगी को दिया नया जीवन
संगरूर, 27 अगस्त 2021
फोर्टिस अस्पताल मोहाली की यूरोलॉजी टीम ने पिछले महीने क्रांतिकारी चौथी पीढ़ी की रोबोटिक मशीन दा-विंची का सफल उपयोग करते प्रोस्टेट कैंसर से पीडि़त 61 वर्षीय एक मरीज का ऑपरेशन करके नया जीवन दिया। यूरोलॉजी, रोबोटिक और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी फोर्टिस मोहाली के कंसल्टेंट डा. मनीष आहूजा नेतृत्व में डॉक्टरों की एक टीम ने रोबोटिक-सहायता प्राप्त लैप्रोस्कोपिक रेडिकल प्रोस्टेटैक्टोमी का शानदार परफार्म किया।
61 वर्षीय रोगी श्री राजेश कुमार कुच्छल को बार-बार पेशाब आने और पेलविक में तेज दर्द की शिकायत थी। प्रोस्टेट-स्पेसिफिक एंटीजन (पीएसए) खून जांच जांच से पता चला कि रोगी के सीरम का स्तर ऊंचा था और पेलविक के एमआरआई से पता चला कि उसे प्रोस्टेट कैंसर (स्टेज-1) था। इसके अलावा पीईटी-सीटी स्कैन से प्राथमिक माइटोटिक पैथोलॉजी के पोस्टेरोलेटरल पहलू के साथ-साथ प्रोस्टेट के नरम ऊतक नोड्यूल को बताने वाले पीएसएमए का खुलासा हुआ।
ट्यूमर को हटाने के लिए डॉ मनीष आहूजा और उनकी टीम ने 28 जुलाई को रोगी श्री राजेश कुमार कुच्छल पर रोबोट-सहायता प्राप्त आमर्स के जरिये से रेडिकल प्रोस्टेटैक्टोमी का परफार्म किया। रोगग्रस्त ग्लैड को हटा दिया गया और मूत्राशय को मूत्र मार्ग में वापस सिल दिया गया। अस्पताल में मरीज की अच्छी रिकवरी हुई और सर्जरी के पांच दिन बाद उन्हें छुट्टी दे दी गई।
यूरोलॉजी, रोबोटिक और लेप्रोस्कोपिक सर्जरी, फोर्टिस मोहाली के कंसल्टेंट डा. मनीष आहूजा ने कहा कि प्रोस्टेट पुरुष प्रजनन ग्लैड है, जो 50 साल की उम्र के बाद हार्मोनल परिवर्तनों के कारण बढ़ सकती है। कभी-कभी ये वृद्धि प्रकृति में कैंसर हो सकती है। हालांकि, अगर समय पर पता चल जाए, तो ग्लैड को हटाया जा सकता है और कैंसर का इलाज हासिल किया जा सकता है। रोबोट-सहायता प्राप्त तकनीक का उपयोग करके कई जटिल और नाजुक सर्जरी अधिक सटीकता के साथ की जाती हैं। यह न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी का नवीनतम रूप है और रोगी के शरीर में डाले गए एक विशेष कैमरे के माध्यम से ऑपरेटिव क्षेत्र का 3डी व्यू दिखाता है। शरीर के जिन हिस्सों तक मानव हाथ से पहुंचना मुश्किल होता है, उन तक रोबोट की मदद से पहुंचा जा सकता है जो 360 डिग्री घूम सकता है। मरीज के कम से कम खून की हानि होती है, निशान कम होते हैं और ठीक होने की प्रक्रिया तेज होती है।
फोर्टिस अस्पताल मोहाली में उच्च गुणवत्ता वाले उपचार के लिए प्रशंसा करते हुए रोगी श्री राजेश कुमार कुच्छल ने कहा, मैं अपने प्रोस्टेट कैंसर के कारण बहुत परेशानी में था। मैं फोर्टिस अस्पताल मोहाली में डॉ मनीष आहूजा से मिला और उन्होंने मुझे रोबोटिक सर्जरी और इसके लाभों के बारे में विस्तार से बताया। 28 जुलाई को मेरा सफल ऑपरेशन किया गया और चिकित्सा प्रक्रिया के पांच दिन बाद छुट्टी दे दी गई। मुझे सर्जरी के बाद किसी भी तरह की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा और मैं अपनी दैनिक गतिविधियों को आसानी से कर सकती हूं। मैं प्रोस्टेट से संबंधित समस्याओं का सामना करने वाले मरीजों से भी रोबोटिक सर्जरी की सलाह देता हूं।