फोर्टिस अस्पताल मोहाली के सर्जन द्वारा गठिए से पीडि़त 18 वर्षीय नौजवान का सफल आप्रेशन

Dr. Sandeep Gupta Senior Orthopedics Fortis Hospital mohali

बैड पर पड़े नौजवान के दोनों कूल्हे बदले
करनाल, 30 अक्तूबर ( ): फोर्टिस अस्पताल मोहाली ने गठिए की बीमारी से पीडि़त 18 वर्षीय नौजवान के दोनों कूल्हों (हिप रिप्लेसमैंट) का सफल आप्रेशन कर के इस क्षेत्र में बड़ा मील पत्थर स्थापित किया है। बुजुर्ग मरीजों के इलाज के लिए यह तकनीक काफी आम है, हालांकि युवा रोगी के उपचार के लिए इस तकनीक का इस्तेमाल करना अनूठा था। इस तकनीक का सफलतापूर्वक संचालन डा. संदीप गुप्ता सीनियर कंस्लटेंट आर्थोपेडिक्स फोर्टिस अस्पताल ने किया।

Dr. Sandeep Gupta Senior Orthopedics Fortis Hospital mohaliवर्ष 1960 में कूल्हे बदलने की तकनीक इजाद होने के बाद यह समझा जाता था कि कूल्हे बदलने का आप्रेशन सिर्फ बड़ी उम्र के लोगों के लिए है, जो हड्डियां टूटने से पीडि़त होते हैं, पर फोर्टिस अस्पताल के हड्डी रोग विभाग ने गठिए से पीडि़त 18 वर्षीय नौजवान जो कि इस बीमारी के कारण बैड पर पड़े रहने को मजबूर था, के कूल्हों का सफल आप्रेशन करके करिश्मा कर दिखाया है।
इस नौजवान का आप्रेशन करके कूल्हे तबदील करने वाले डा. संदीप गुप्ता ने बताया कि यह नौजवान गठिए के कारण बिल्कुल जुड़ गया था तथा दर्द महसूस करता था। उन्होंने बताया कि पीडि़त नौजवान गठिया (रीढ़, कूल्हों और अन्य प्रमुख जोड़ों के संलयन के साथ एक गंभीर बीमारी) से पीडि़त था और अपनी दिनचर्या के लिए दूसरों पर निर्भर था।
उन्होंने बताया कि कूल्हे तबदील (हिप रिप्लेसमैंट) के आप्रेशन के बाद वह वॉकर के सहारे चलना शुरू कर दिया तथा नियमित फिजियोथैरेपी के बाद उसने छड़ी के सहारे चलना शुरू किया। अंतत: वह अब बिना किसी सहारे अपने पैरों पर चलना शुरू कर दिया है। डा. संदीप गुप्ता ने बताया कि कूल्हे तबदील (हिप रिप्लेसमैंट)करने के बाद इस नौजवान ने रोजाना की तरह काम करना शुरू कर दिया है तथा वह अब शादी करवाने के बारे भी सोच रहा है।
उन्होंने बताया कि कूल्हे की गंभीर रूप वाली बीमारी कमजोर व अपंग नौजवान मरीजों के शरीर में मौजूद टीएचआर को प्रभावित करती है। उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों के जीवन स्तर को बेहतर बनाने के लिए काफी लंबा इलाज चलाना पड़ता है।
फोर्टिस हेल्थ केयर के बारे:
फोर्टिस हेल्थकेयर लिमटिड, आईएचएस हेल्थ केयर ग्रुप कंपनी भारत में एक अग्रणी एकीकृत स्वास्थ्य सेवा प्रदाता है। यह 36 हेल्थ केयर सेवा केंद्र (विकास अधीन प्रोजैक्ट सहित) 4000 बैडों तथा 400 से अधिक डायगनोस्टिक सेंटरों के साथ, देश के सबसे विख्यात हेल्थ केयर अस्पतालों में शामिल है। फोर्टिस ने भारत के अलावा यूनाइटिड अरब अमीरात (यूएई) व श्रीलंका में अपने अस्पताल खोले हैं। यह कंपनी वैश्विक लिहाज से बीएसई लिमटिड तथा राष्ट्रीय स्टाक एक्सचेंज (एनएसई) की सूची में शामिल है। यह वैश्विक प्रमुख और मूल कंपनी आईएचएच के सांझेदारी से विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सेवाएं व सबसे उत्तम अस्पताल सेवाएं मुहैया कर रही है। फोर्टिस में 23000 कर्मचारी (एसआरएल सहित) स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कर रहे हैं। फोर्टिस अस्पताल स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कर रहा है, जिसमें क्लीनिकों के अलावा बाहरी तथा सहायक सेवाएं शामिल हैं।