लुधियाना, 14 दिसंबर, 2024
कार्बन ऑफसेटिंग रिडक्शन स्कीम फॉर इंटरनेशनल एविएशन (सीओआरएसआईए) केवल अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए लागू है। अभी तक घरेलू उड़ानों में सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (एसएएफ) के उपयोग के संबंध में कोई निर्णय नहीं लिया गया है। यह बात केंद्रीय नागरिक विमानन राज्य मंत्री मुरलीधर मोहोल ने राज्यसभा के चल रहे शीतकालीन सत्र में सांसद (राज्यसभा) संजीव अरोड़ा द्वारा पूछे गए सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल की स्थिति पर सवालों के जवाब में कही।
आज यहां एक बयान में, अरोड़ा ने कहा कि उनके सवालों के जवाब में, मंत्री ने आगे उल्लेख किया कि इंटरनेशनल सिविल एविएशन आर्गेनाईजेशन (आईसीएओ) ने इंटरनेशनल एविएशन से कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए बाजार आधारित उपाय यानी सीओआरएसआईए को अपनाया है। भारत, आईसीएओ का सदस्य देश होने के नाते, 2027 से सीओआरएसआईए के अनिवार्य चरण का अनुपालन करने के लिए बाध्य है। सीओआरएसआईए योजना के तहत एयरलाइनों को एक निर्धारित आधार रेखा से ऊपर अपने उत्सर्जन को ऑफसेट करना आवश्यक है।
सीओआरएसआईए एयरक्राफ्ट ऑपरेटर्स को सीओआरएसआईए योग्य ईंधनों के उपयोग के माध्यम से अपनी ऑफसेटिंग आवश्यकताओं को कम करने की अनुमति देता है, जिसमें सीओआरएसआईए एसएएफ और सीओआरएसआईए लोअर कार्बन एविएशन फ्यूल्स (एलसीएएफ) शामिल हैं। एक हवाई जहाज संचालक, जो सीओआरएसआईए योग्य ईंधनों के उपयोग से उत्सर्जन में कमी का दावा करना चाहता है, उसे एक सीओआरएसआईए योग्य ईंधन का उपयोग करना आवश्यक है जो आईसीएओ दस्तावेज़, “सीओआरएसआईए सस्टेनेबिलिटी क्राइटेरिया फॉर सीओआरएसआईए एलिजिबल फ्यूल्स” में परिभाषित सीओआरएसआईए सस्टेनेबिलिटी क्राइटेरिया को पूरा करता हो।
सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल में जेट ए1 फ्यूल्स के समान स्पेसिफिकेशन्स /कम्पोजीशन होती है और यह मौजूदा विमान और ईंधन आपूर्ति प्रणालियों के साथ अनुकूल है। एसएएफ के उपयोग को आगे बढ़ाने के लिए, भारतीय वाहकों ने पारंपरिक एविएशन टरबाइन फ्यूल (एटीएफ) के साथ एसएएफ के मिश्रण के साथ परीक्षण उड़ानें संचालित की हैं। इन परीक्षण उड़ानों में 28% एसएएफ मिश्रित ईंधन का उपयोग करके यूएसए से भारत के लिए बी787 की विस्तारा द्वारा फेरी उड़ान और 17% एसएएफ के मिश्रण वाले बोइंग 787 विमान पर दिल्ली-मुंबई उड़ान; 0.75% एसएएफ मिश्रित ईंधन के साथ एयर एशिया (पुणे से दिल्ली) द्वारा डोमेस्टिक कमर्शियल फ्लाइट; 25% एसएएफ के साथ देहरादून से दिल्ली के लिए स्पाइसजेट द्वारा उड़ान; और 5% एसएएफ मिश्रित ईंधन के साथ टूलूज़ से भारत के लिए सभी एयरबस फेरी उड़ानें शामिल थीं।
मंत्री के उत्तर में आगे उल्लेख किया गया है कि उपर्युक्त परीक्षण उड़ानों के लिए ईंधन दक्षता और उत्सर्जन में कमी के संदर्भ में परिणाम इस मंत्रालय के पास उपलब्ध नहीं हैं। हालांकि, आईसीएओ में किए गए तकनीकी विश्लेषण से पता चलता है कि एसएएफ में इंटरनेशनल एविएशन से सीओ2 उत्सर्जन को कम करने की सबसे बड़ी क्षमता है।
इसके अलावा, उत्तर में उल्लेख किया गया है कि एसएएफ को कमर्शियल एयरक्राफ्ट्स पर उपयोग किए जाने वाले प्रासंगिक ईंधन स्पेसिफिकेशन में वर्णित आवश्यकताओं को पूरा करना चाहिए। योग्य बनने के लिए, ऐसे ईंधन उन ईंधन उत्पादकों से आते हैं जो आईसीएओ सीओआरएसआईए सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन स्कीम (एससीएस) के तहत परिभाषित मानदंडों को पूरा करते हैं। इन सीओआरएसआईए योग्य फ्यूल्स का उत्पादन और उठाव दुनिया में कहीं भी किया जा सकता है। वर्तमान में आईसीएओ कौंसिल ने तीन सस्टेनेबिलिटी सर्टिफिकेशन स्कीमों को मंजूरी दी है।