दशहरे के पवित्र त्योहार के मौके पर मुख्यमंत्री की तरफ से लोगों को पंजाब की पुरातन शान बहाल करने के लिए सामाजिक बुराईयों के ख़ात्मे की अपील

मुख्यमंत्री ने मोहाली के फेज़-8 में दशहरे के समागम में की शिरकत

 

लोगों को खुशी के मौके को सामूहिक तौर पर मनाने की अपील

 

मोहाली का ग्राउंड सिर्फ़ दशहरा मनाने के लिए बरतने का ऐलान

 

एस. ए. एस. नगर ( मोहाली), 5 अक्तूबर :-
दशहरे के पवित्र त्योहार के मौके पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने आज लोगों को पंजाब की पुरातन शान बहाल करने के लिए राज्य में से सामाजिक बुराईयों के ख़ात्मे का न्योता दिया।
आज यहाँ दशहरा समिति मोहाली ( रजि.) की तरफ से फेज़- 8 में दशहरे के समागम में शिरकत करने के मौके पर संबोधन करते हुये मुख्यमंत्री ने दुर्गा पूजा और दशहरे (विजयदशमी) के पवित्र मौके पर देश निवासियों ख़ास कर विश्व भर में बसते पंजाबियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि बुराई पर नेकी की जीत का प्रतीक यह दोनों त्योहार हमें हमारी अमीर सांस्कृतिक विरासत की याद दिलाते हैं। भगवंत मान ने कहा कि हमारे देश की यह दोनों त्योहार मनाने की सदियों पुरानी परंपरा है जो समाज में सदभावना, अमन-शांति और भाईचारक सांझ को प्रफुल्लित करने के साथ-साथ समानता और सदभावना वाले समाज की सृजन करने के लिए आदर्श जीवन का मार्ग दिखाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
मुख्यमंत्री ने लोगों को राज्य में शांति, सदभावना और भाईचारक सांझ को और मज़बूत करने के लिए अपने आप को समर्पित करके इस खुशी के मौके को सांझे तौर पर मनाने की अपील की। उन्होंने कहा कि हम सभी को इस त्योहार को जात-पात, नसल और रंग-भेद से ऊपर उठ कर पूरे धार्मिक जोश और उत्साह के साथ मनाना चाहिए। भगवंत मान ने कहा कि इस दिन हमें सभी सामाजिक बुराईयों से छुटकारा पाकर अपने राज्य को देश का अग्रणी बनाने का प्रण करना चाहिए।
इस मौके पर लोगों को बधाई देते हुये मुख्यमंत्री ने कहा कि दशहरे पर पंजाबियों को विशेष तौर पर गौरव हासिल है क्योंकि रामायण का महाकाव्य पंजाब में पवित्र नगरी अमृतसर की धरती पर रचा गया था। उन्होंने कहा कि दशहरे का त्योहार हमें दृढ़ रहने, अपने गुस्से को काबू में रखने और नफ़रत से दूर रहने की प्रेरणा देता है। भगवंत मान ने कहा कि यह तीनों ही कारण ही सबसे बुद्धिमान व्यक्ति के पतन का कारण बनते हैं। उन्होंने कहा कि त्योहार हमें भाईचारक सांझ कायम रखने का उपदेश भी देते हैं।
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि यह त्योहार न सिर्फ़ हमारे प्रेरणा स्रोत हैं, बल्कि हमारी आने वाली पीढ़ियों तक अमीर सांस्कृतिक विरासत को संभालने में भी प्रकाश स्तंभ हैं। उन्होंने कहा कि दशहरे का असली महत्व प्यार, भाईचारक सांझ और सांप्रदायिक सदभावना के ज़रिये अन्याय, बुरायी और अहंकार के विरुद्ध लड़ना है। भगवंत मान ने पंजाब के लोगों को न्योता दिया कि वह राज्य को बुलंदी पर ले जाने के लिए इन त्योहारों की शिक्षाओं को अपने रोज़मर्रा के जीवन में अपनाएं।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने ऐलान किया कि मोहाली में ग्राउंड को सिर्फ़ दशहरा मनाने के लिए इस्तेमाल किया जायेगा। उन्होंने कहा कि इस ज़मीन पर कोई भी व्यापारिक गतिविधि नहीं होने दी जायेगी। भगवंत मान ने आगे कहा कि इस सम्बन्धी नोटिफिकेशन जल्द ही जारी कर दिया जायेगा।
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