मुख्यमंत्री ने रखा नींव पत्थर, 413.80 करोड़ रुपए की लागत से प्रोजेक्ट 15 महीनों में होगा पूरा
भविष्य में गन्ना उत्पादकों को 24 घंटों में फसल की अदायगी मिलेगी – उप मुख्यमंत्री रंधावा
गुरबानी कीर्तन का सीधा प्रसारण अन्य चैनलों पर भी करने संबंधी जल्द ही श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को मिलेंगे
गुरदासपुर, 20 नवंबरः
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज सहकारी चीनी मिल, गुरदासपुर की मौजूदा क्षमता 2000 टी.सी.डी. से बढ़ाकर 5000 टी.सी.डी. करने के 413.80 करोड़ रुपए की लागत वाले प्रोजेक्ट का नींव पत्थर रखा।
नींव पत्थर रखने के बाद जनसभा को संबोधन करते हुए मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा की बढ़ी हुई क्षमता के साथ मिल रोजाना 50,000 से 60,000 टन गन्ने की पेराई करेगी और राज्य के ग्रिड को 20 मेगावाट बिजली की सप्लाई भी करेगी। उन्होंने बताया की यह प्रोजेक्ट 413.80 करोड़ रुपए की लागत के साथ मुकम्मल होगा जिसमें से 369 करोड़ रूपए प्लांट, मशीनरी और निर्माण कार्यों पर खर्च किये जाने हैं। मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा की इसके अलावा 120 के.एल.पी.डी. की क्षमता वाला ईथेनॉल प्लांट भी स्थापित किया जा रहा है क्योंकि टेंडर पहले ही जारी किये जा चुके हैं। मुख्यमंत्री चन्नी ने आगे कहा की 5000 टी.सी.डी. क्षमता के साथ 28 मेगावाट को-जनरेशन प्रोजेक्ट भी मिल में स्थापित होगा। उन्होंने कहा की यह मिल न सिर्फ बिजली पैदा करेगी बल्कि सल्फर रहित चीनी भी बनाएगी।
चन्नी ने विकास की गति को आगे बढ़ाने के लिए स्थानीय विधायक बरिन्दरमीत सिंह पाहड़ा के यत्नों की भी सराहना की जिससे क्षेत्र में सर्वपक्षीय विकास का रास्ता साफ हुआ है।
अपने संबोधन में उप मुख्यमंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा, जिनके पास सहकारिता विभाग भी है, ने मुख्यमंत्री को बताया की गुरदासपुर चीनी मिल द्वारा छह मिलों को गन्ने की सप्लाई की जा रही है। गन्ना उत्पादकों और चीनी मिलों के हितों को जानबूझकर नजरअन्दाज करने के लिए पिछली अकाली-भाजपा सरकार पर बरसते हुए रंधावा ने कहा की उस समय के मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल ही पंजाब और सहकारी प्रणाली को बर्बाद करने के साथ-साथ अपने निजी राजनैतिक हितों के लिए सिख धर्म को कमज़ोर करने के लिए भी जिम्मेदार थे। उन्होंने यह भी ऐलान किया की 600 करोड़ रुपए की लागत के साथ पंजाब का अब तक का सबसे बड़ा। प्रोजेक्ट स्थापित किया जा रहा है और गुरदासपुर में 215 करोड़ रुपए का ईथेनॉल प्लांट की मंजूरी भी प्राप्त हो गई है। उप मुख्यमंत्री ने यह भी बताया की अकाली-भाजपा सरकार के 10 सालों के कार्यकाल के दौरान सभी 87 लैंड मॉर्टगेज बैंक वित्तीय घाटे में थे जिनको अबकी पंजाब सरकार ने मजबूत किया है। उन्होंने यह भी बताया की गन्ना काश्तकारों को जल्द ही 24 घंटों के अंदर अदायगी मिलने लग जायेगी। उप मुख्यमंत्री ने समय की जरूरत के अनुसार मिलों को अपग्रेड करने की तरफ ध्यान देने के लिए मुख्यमंत्री का धन्यवाद भी किया क्योंकि 1988 के बाद कभी भी 2000 टी.सी.डी. की क्षमता में विस्तार नहीं किया गया। मिल की स्थापना 1980 में 1250 टीसीडी की शुरुआती क्षमता के साथ की गई थी।
इस अवसर पर जनसभा को संबोधन करते हुए राजस्व मंत्री अरुणा चौधरी ने कहा की आज का यह मौका इलाकेे के लिए ऐतिहासिक दिन है क्योंकि इस चीनी मिल की क्षमता में विस्तार किया जा रहा है क्योंकि उन्होंने पिछली अकाली-भाजपा सरकार के दौरान इस उद्देश्य के लिए बहुत कोशिशें की थीं। उन्होंने कहा की चन्नी सरकार द्वारा चीनी मिल के विस्तार का यह क्रांतिकारी कदम आने वाले समय में इस क्षेत्र के लिए मील का पत्थर साबित होगा। उन्होंने यह भी बताया की वह दिन दूर नहीं जब गन्ना उत्पादकों को मिल में गन्ने की खरीद होने से 24 घंटों के अंदर-अंदर उनकी फसल की अदायगी मिलनी शुरू हो जायेगी।
इस मौके पर विधायक बरिन्दरमीत सिंह पाहड़ा और जोगिन्द्र सिंह भोआ, शूगरफैड के चेयरमैन अमरीक सिंह आलीवाल, गुरमीत सिंह पाहड़ा, क्रिश्चियन वैलफेयर बोर्ड डॉ. सलामत मसीह, अशोक चौधरी, नगर कौंसिल के प्रधान एडवोकेट बलजीत सिंह पाहड़ा आदि उपस्थित थे।
गुरबानी कीर्तन का सीधा प्रसारण अन्य चैनलों पर भी करने संबंधी जल्द ही श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को मिलूंगाः मुख्यमंत्री चन्नी
पंजाब के मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने आज कहा की वह एक ही चैनल के एकाधिकारी को खत्म करने के उद्देश्य से दूसरे चैनलों को भी पी.टी.सी. नेटवर्क की तरह श्री दरबार साहिब से गुरबानी कीर्तन का सीधा प्रसारण करने की आज्ञा देने के प्रस्ताव को लेकर जल्द ही श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार को मिलेंगे क्योंकि पीटीसी नेटवर्क को पहले ही इसके लिए विशेष तौर पर इजाजत दी गई है।
मुख्यमंत्री चन्नी ने कहा की यह पहलकदमी सभी चैनलों को एक समान अवसर प्रदान करने के साथ-साथ देश-विदेश के लाखों श्रद्धालूओं को श्री हरिमंदर साहिब से गुरबानी कीर्तन सुनने और देखने का भी अवसर प्रदान करेगी। उन्होंने कहा की हमारे महान गुरु साहिबानों ने पहले ही मानव जाति की समानता का शाश्वत संदेश दिया है तो फिर गुरबानी कीर्तन का सीधा प्रसारण करने की इजाजत केवल एक चैनल को क्यों दी जाती है।