सरदारनी हरसिमरत कौर बादल की अगुवाई में एक प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति से अपील की कि वे तीनों खेती कानूनों को निरस्त करने की जांच के लिए एक संयुक्त चयन कमेटी गठित करें

राष्ट्रपति से किसान आंदोलन के शहीदों के परिवारों से मिलने का आग्रह किया
विभिन्न पार्टी के सांसदों सहित सात दलों की ओर से राष्ट्रपति को मेमोरेंडम सौंपा
सांसदों ने पेगासस साॅफ्टवेयर के माध्यम से राज्य की निगरानी का मुददा भी उठाया तथा कहा कि इस संबंध में एक कमेटी गठित की जानी चाहिए
चंडीगढ़/31जुलाई 2021 पूर्व केंद्रीय मंत्री सरदारनी हरसिमरत कौर बादल ने आज सांसदों के एक प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व करते हुए राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद से मुलाकात की और उनसे एनडीए सरकार को तीनों खेती कानूनों को निरस्त करने सहित चल रहे संसद सत्र में सभी बिंदू सुलझाने के लिए एक संयुक्त प्रवर कमेटी गठित करने का आग्रह किया।
कोविड प्रोटोकाॅल के कारण आज राष्ट्रपति से मिलने वाले सांसदों में बलविंदर सिंह भूंदड़, रितेश पांडे (बसपा), हसनैन मसूदी( जे एंड के नेशनल कांफ्रेंस) , फैजल मोहम्मद (एनसीपी) शामिल थे। सात पार्टियों के सांसदों ने राष्ट्रपति को सौंपे गए ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए।
इस मीटिंग के बारे जानकारी देते हुए सरदारनी हरसिमरत कौर बादल ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को यह अवगत कराया कि किसान आंदोलन में शहीद हुए किसानों के परिवारों के सदस्य उनसे मिलना चाहते हैं, और उनसे आग्रह किया कि वे उनसे मिलकर उनसे बातचीत करें। सरदारनी बादल ने राष्ट्रपति को यह भी अवगत कराया कि कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के हालिया बयान कि सरकार के पास किसान आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों की मौतों का कोई रिकाॅर्ड नही है, से शहीदों के परिवारों की भावनाएं आहत हुई हैं। उन्होने कहा कि इस बयान को किसान आंदोलन और उसमें शहीद हुए किसानों के बलिदान को बेहद कम आंकने की कोशिश की जा रही है।
सरदारनी बादल ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने राष्ट्रपति को अवगत कराया कि शिरोमणी अकाली दल विपक्षी दलों ने तीनों खेती कानूनों को निरस्त करने पर चर्चा की मांग करने के लिए बार बार स्थगन प्रस्ताव पेश किए थे, लेकिन उन्हे अनुमति नही दी गई। ‘‘ हमने राष्ट्रपति से आग्रह किया कि वे सरकार को सलाह दें कि इस सोमवार को ही खेती कानूनों को निरस्त करने की मांग करने के लिए विपक्ष को समय दें। उन्होने सभी पार्टियों से अपने मतभेद छोड़कर , खेती कानूनों को रदद करने की मांग के लिए एकजुट होने की अपील की।
सरदारनी बादल ने कहा कि प्रतिनिधिमंडल ने पेगासस साॅॅफ्टवेयर के माध्यम से राजनेताओं, पत्रकारों और कार्यकर्ताओं सहित नागरिकों की निगरानी के मुददे को भी राष्ट्रपति को अवगत कराया गया। उन्होने कहा

 

 

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