सामूहिक खेती पर 90 प्रतिशत सब्सीडी का प्रावधान
चण्डीगढ़, 31 जुलाई – हरियाणा के कृषि मंत्री श्री जयप्रकाश दलाल ने कहा है कि किसानों के कल्याण एवं उनकी आमदनी को बढ़ाने के उद्देश्य से हरियाणा किसान कल्याण प्राधिकरण का गठन किया गया है।
कृषि मंत्री श्री जेपी दलाल आज पीजीआईएमएस रोहतक के ऑडिटोरियम में आयोजित जय किसान कार्यक्रम में फसल विविधीकरण को अपनाकर उदाहरण प्रस्तुत करने वाले किसानों को सम्मानित करने के उपरांत उपस्थित लोगों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसान कल्याण प्राधिकरण में राज्य के मंत्री, आईएएस अधिकारी व विश्वविद्यालयों के कुलपतियों को शामिल किया गया है। प्राधिकरण में अलग-अलग फसलों के उत्पादन में उल्लेखनीय कार्य करने वाले 5 से 6 किसानों का एक ग्रुप बनाया जाएगा। इस प्रकार से लगभग 6-6 किसानों के अलग-अलग ग्रुप बनाए जाएंगे। यह किसानों के ग्रुप कृषि क्षेत्र में सुधार व आय बढ़ाने संबंधी सुझाव सरकार को देंगे और सरकार उनके सुझाव को क्रियान्वित करने का काम करेंगी।
श्री दलाल ने कहा कि प्राधिकरण का मकसद कृषि को बढ़ावा देना और किसानों का कल्याण सुनिश्चित करना है। भविष्य में किसानों द्वारा सांझा किए गए सभी प्रमुख सुझावों को राज्य की योजनाओं में शामिल किया। उन्होंने किसानों से फार्मर प्रोड्यूसर ऑर्गेनाइजेशन (एफपीओ) का गठन करने का आह्वान करते हुए कहा कि सामूहिक खेती करके अधिक मुनाफा कमाया जा सकता है। सामूहिक खेती पर 90 प्रतिशत तक की सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि एफपीओ के माध्यम से किसानों को तकनीकी, मार्केटिंग, ऋण, प्रोसेसिंग, सिंचाई आदि जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती है। इस योजना के माध्यम से किसान ऋण भी ले सकते हैं। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि कृषि उत्पाद बेचना भी एक कला है और किसान अपने उत्पाद बेचना सीख लेगा तो आमदनी स्वयं बढ़ जाएगी।
दूसरे राज्यों की अच्छी नीतियों को करेंगे लागू
कृषि मंत्री श्री जयप्रकाश दलाल ने कहा कि किसानों के हित के लिए राज्य सरकार कोई भी अच्छी नीति को लागू करने के लिए तैयार है। अगर किसी राज्य में किसी को लेकर कोई अच्छी नीति अथवा तकनीक अपनाई जा रही है तो इसकी जानकारी सरकार को दें। सरकार अधिकारियों को भेज कर इसका अध्ययन करवाएगी और उसे प्रदेश में लागू कर दिया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बीज से लेकर बाजार तक सरकार किसान की मदद कर रही है। सूक्ष्म सिंचाई के तरीके अपनाने वाले किसानों को भी सरकार सब्सिडी दे रही है। सब्जियों व फलों का बीमा करने वाला हरियाणा देश का पहला राज्य है। सब्जियों के लिए भावांतर योजना लागू की गई है। मकसद यही है कि किसानों को जोखिम मुक्त बनाना है।
झींगा पालन में लाखों की आमदनी
कृषि मंत्री श्री जयप्रकाश दलाल ने कहा कि हरियाणा में 8 से 10 लाख एकड़ खारे पानी की भूमि है। ऐसे ही भूमि में झींगा मछली पालन करके लाखों रुपए की कमाई की जा सकती है। सरकार इसके लिए ट्रेंनिंग व सब्सिडी दे रही है। सरकार ने सेमग्रस्त भूमि का पानी निकाल कर उसे ठीक करने की योजना भी क्रियान्वित की है। उन्होंने कहा कि 1 वर्ष में 1 लाख एकड़ भूमि को ठीक करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
उन्होंने कहा कि किसान पशु पालन के माध्यम से भी जल्दी आमदनी को बढ़ा सकते हैं। सरकार ने अपना ध्यान पशुओं की नस्ल सुधारने पर केंद्रित किया है ताकि दूध का उत्पादन बढ़ाया जा सके। मात्र 100 रुपये दो प्रीमियम पर पशु बीमा योजना लागू की गई है।
राज्य सरकार ने बढ़ाया कृषि बजट
कृषि मंत्री श्री जेपी दलाल ने कहा कि पशुधन क्रेडिट कार्ड योजना भी प्रदेश में क्रियान्वित की गई है। योजना के तहत 4 प्रतिशत ब्याज की दर से 1 लाख 60 हजार रुपये तक का लोन देने का प्रावधान किया गया है। उन्होंने कहा कि भेड़-बकरी व सूअर पालन में भी बहुत लाभ है। प्राकृतिक खेती पर विशेष बल देते हुए उन्होंने कहा कि गाय के गोबर से प्राकृतिक खाद तैयार करके खेतों में प्रयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्राकृतिक खेती के लिए सरकार ने अलग से मंडी बनाने का भी निर्णय लिया है। प्राकृतिक खेती के लिए जिला स्तर पर ट्रेनिंग देने की व्यवस्था की जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने 2 साल में कृषि के बजट को 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। उद्देश्य यही है कि किसानों को अधिक से अधिक लाभ व सुविधा मिल सके।
उपज खरीदने में न हो किसी का एकाधिकार
कृषि मंत्री श्री जयप्रकाश दलाल ने कहा कि सरकार चाहती है कि किसानों की उपज को खरीदने पर किसी का एकाधिकार ना हो। किसान की उपज को खरीदने के लिए एक से अधिक खरीदार मिले ताकि उन्हें न तो मंडियों में टैक्स देना पड़े और दाम भी अच्छे मिल सके। किसान अपनी मर्जी से अपने उत्पाद बेच सकें। सिंचाई का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि हरियाणा में पानी का संकट है। इसलिए किसानों को सूक्ष्म सिंचाई तकनीको अपनाना चाहिए। इसके लिए सब्सिडी का प्रावधान किया गया है। इसके साथ-साथ खेतों में तालाब बनाने के लिए भी किसानों को सहायता प्रदान की जा रही है।
किसानों को किया सम्मानित
कृषि मंत्री श्री जयप्रकाश दलाल ने इससे पहले परंपरागत खेती को छोडक़र फसल विविधीकरण करने वाले किसानों को सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि अन्य किसानों को भी सम्मानित हुए किसानों से प्रेरणा लेकर कार्य करने चाहिए।
कृषि मंत्री ने जिन किसानों को सम्मानित किया उनमें पलवल के श्यामसुंदर, फतेहाबाद के हरि समाधान, गुरुग्राम के अशोक कुमार, मेवात के जयदेव, हिसार के रामफल, झज्जर के नीतिन, कैथल के विजय शर्मा, नारनौल के अनिल कुमार, पानीपत के जसवीर सिंह, रोहतक के रामभज ढाका, रेवाड़ी के अनिल कुमार, सोनीपत के रवि कुमार, हिसार के शिव शंकर, पानीपत के रामप्रताप, कुरुक्षेत्र कुसुम, झज्जर के जगपाल फोगाट, जींद के सुमेर सिंह, कुरुक्षेत्र के हरविंदर तथा पंचकूला के बलविंदर शामिल है।