हरियाणा सरकार ने खेल प्रतिभाओं की पहचान कर दिव्यांग खिलाड़ियों को भी खेल नीति के तहत सामान्य खिलाड़ियों के बराबर सुविधाएं प्रदान की हैं

 चण्डीगढ़, 31 दिसंबर-  हरियाणा के राज्यपाल श्री बंडारू दत्तात्रेय ने कहा कि हरियाणा सरकार ने खेल प्रतिभाओं की पहचान कर दिव्यांग खिलाड़ियों को भी खेल नीति के तहत सामान्य खिलाड़ियों के बराबर सुविधाएं प्रदान की हैं।
श्री दत्तात्रेय आज सेक्टर-3 स्थित ताऊ देवीलाल खेल स्टेडियम में दिव्यांग प्रोफेशनल क्रिकेटर्स के टी-20 हैप-2021 टूर्नामेंट के पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्यातिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
इस अवसर पर अंबाला लोकसभा सांसद श्री रतनलाल कटारिया, भिवानी के विधायक एवं फिजिकली चैलेंज्ड क्रिकेट एसोसिएशन आॅफ इंडिया (पी.सी.सी.ए.आई) के अध्यक्ष श्री घनश्याम सर्राफ और उपायुक्त श्री महावीर कौशिक भी उपस्थित थे। इस टूर्नामैंट में सभी राज्यों के 67 खिलाड़ियों ने भाग लिया और इन सभी खिलाड़ियों की चार टीमे आनन्द इलैवन, हार्ले इलैवन, प्रवीन इलैवन और रवि इलैवन बनाई गई थी। ये टीमें ऐसे व्यक्तियों के नाम पर बनाई गई जिन्होंने कोविड महामारी के दौरान 500 दिव्यांग खिलाड़ियों को पांच-पांच हजार रूपये की सहायता दी है।
उन्होंने कहा कि खेल प्रतिभाएं तराशने के लिए ”खेलो इण्डिया” कार्यक्रम शुरू किया गया है, जिससे खिलाड़ियो को प्रतिभा दिखाने का मौका मिला है। केन्द्र सरकार ने टोप्स कार्यक्रम भी शुरू किया है, जिसके तहत चुने हुए खिलाड़ियों को 5 लाख रुपये तक की सालाना आर्थिक सहायता दी जा रही है।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि दिव्यांग क्रिकेट टूर्नामैंट को महाकुंभ कहा जाए तो कोई अतिश्योक्ति नहीं होगी। उन्होंने कहा कि उन्हें प्रसन्नता है कि सभी खेलों में ऑलम्पिक व अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर हमारे खिलाड़ी बेहतर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस टूर्नामैंट में वर्ल्ड-कप विजेता टीम के खिलाड़ी विक्रांत, गुरूदास रावत व रविन्द्र गोपीनाथ ने भी भाग लिया।
उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश का नाम पहले पारम्परिक खेलों में जाना जाता था परंतु अब जैंटलमैन खेलों में भी प्रदेश के खिलाड़ियों ने अपनी अलग पहचान बनाई है। हरियाणा की एक प्रसिद्ध कहावत ‘देस्सों में देस हरियाणा, जित दूध-दही का खाणा’ का उल्लेख करते हुये उन्होंने कहा कि हमारे खिलाड़ियो ने खेल के क्षेत्र में अपनी उपलब्धियां से इस कहावत को सही साबित कर दिखाया है। उन्होंने कहा कि हरियाणा का पैरालंपिक खेलों में एक स्वर्णिम इतिहास रहा है। टोक्यो पैरालंपिक में भारत ने कुल 19 पदक जीते हैं, इनमें 6 पदक हरियाणा के नाम हैं। इसी प्रकार से खिलाड़ियों ने सबसे अधिक पदक जीत कर प्रदेश का नाम रोशन किया है। उन्होनंे कहा कि हरियाणा देश का मात्र 2 प्रतिशत भू-भाग होते हुए खेलों का हब बना है और भारत का नाम रोशन किया।
श्री दत्तात्रेय ने कहा कि उन्हें सभी दिव्यांग युवाओं पर और भी गर्व है, जिन्होंने दूसरे खेलों के साथ-साथ क्रिकेट जैसी प्रतिस्पर्धाओं में उम्दा प्रदर्शन कर देशवासियों का दिल जीता है। इतना ही नहीं इंग्लैंड में हुए क्रिकेट टूर्नामैंट में वर्ल्ड-कप जीत कर भारत का नाम रोशन किया है। वे इन सभी खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएँ देते है।
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा दिव्यांग खिलाड़ियों के लिए कोच प्रशिक्षण सुविधा व सामान्य खिलाड़ियों के समान अन्य प्रोत्साहन देने वाली योजनाएं लागू की हैं। इन योजनाओं  के सार्थक परिणाम सामने आए हैं। इन योजनाओं व कार्यक्रमों का सबसे अधिक लाभ हरियाणा ने उठाया है। हरियाणा में दिव्यांगजन पैंशन योजना लागू की गई हैं, जिसके तहत उन्हें 2500 रूपये पैंशन दी जा रही है। इसी कारण दिव्यांग-जन सशक्तिकरण के लिए प्रदेश को राष्ट्रीय स्तर पर पुरस्कार भी मिल चुका है। इसके लिये वे विशेष तौर से मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल को बधाई देते है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार ने खिलाड़ियों के लिए खेल नीति बनाकर दिव्यांग खिलाड़ियों को भी सामान्य खिलाड़ियों के बराबर विश्व स्तरीय सुविधाएं उपलब्ध करवाई हैं। हरियाणा सरकार की खेल नीति की न केवल देश में बल्कि विदेशों में भी सराहना हुई है। प्रदेश में उत्कृष्ट खिलाड़ियों के लिए सुरक्षित रोजगार सुनिश्चित करने के लिए नए नियम 2021 बनाये गए हैं, जिनके तहत 85 खिलाड़ियों को सरकारी नौकरियां भी दी जा चुकी हैं।
इस अवसर पर उन्होंने युवाओं से अपील है कि वे पढ़ाई के साथ-साथ खेलों से जुडें और खेलों को कैरियर के रूप में अपनाकर दृढ़ निश्चिय से आगे बढ़ें। सभी खिलाड़ी पूरे आत्मविश्वास और इच्छाशक्ति के साथ अपने खेलों में शत प्रतिशत दें।
इससे पूर्व अंबाला के सांसद श्री रतनलाल कटारिया ने संबोधित करते हुए राज्यपाल का इस कार्यक्रम में पधारने पर धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि उन्हें सवा दो साल सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय संभालने का मौका मिला और इस अवधि में दिव्यांगों के कल्याण के लिये अनेक कल्याणकारी योजनाएं लागू की गई।
इस अवसर पर हार्ले इलेवन और रवि इलेवन के बीच मैच आयोजित किया गया, जिसमें हार्ले इलेवन की टीम ने जीत हासिल की। श्री दत्तात्रेय ने विजेता टीम को ट्राॅफी और नकद पुरस्कार देकर सम्मानित किया। उन्होंने विजेता टीम के खिलाड़ियों को बधाई दी और जो खिलाड़ी जीत से वंचित रहे, उन्हें भी शुभकामनायें देते हुये भविष्य में और बेहतर प्रदर्शन करने के लिये प्रोत्साहित किया।
इस अवसर पर पुलिस उपायुक्त श्री मोहित हांडा, एसडीएम पंचकूला श्रीमती ऋचा राठी, फिजिकली चैलेंज्ड क्रिकेट एसोसिएशन आॅफ इंडिया के राज्य उपाध्यक्ष श्री रमेश सैनी, महासचिव श्री रवि चैहान, डिफरेंटली एबल्ड क्रिकेट काउंसल आॅफ इंडिया से श्री सुमित जैन, व्हील चेयर क्रिकेट एसोसिएशन के फाउंडर श्री अभय प्रताप, आईसीसीएल से श्री सीआर स्वामी, श्री महंत चरणदास महाराज, इंडियन रेडक्राॅस सोसायटी हरियाणा ब्रांच की वाईस चेयरमैन श्रीमती सुषमा गुप्ता, इंडियन रेडक्राॅस सोसायटी हरियाणा के महासचिव श्री डीआर शर्मा, पीसीसीएआई के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्री अशोक कुमार भारद्वाज खिलाड़ी व अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।

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