बॉलीवुड में अक्सर बाहर के लोगों को उभरने नहीं दिया जाता है, लेकिन कुछ लोगों ने इस सब के बावजूद भी बॉलीवुड में अपनीजगह बना दी है और तरक्की कर रहे है।
1. मनोज बाजपेयी – मनोज वाजपेयी का जन्म 23 अप्रैल, 1969 को बेलवा, बिहार, भारत में हुआ था। उन्होंने थिएटर किया है औरवह अब भी मानते हैं। उनके अभिनय का स्तर बड़े दबंग बॉलीवुड अभिनेताओं की तुलना में बहुत बेहतर है। लेकिन उन्हें अपने काम केलिए मिलने वाली विनियोग राशि नहीं मिल रही है। “गैंग्स ऑफ वासेपुर” (2012) “अलीगढ़” आदि जैसे उनके काम असाधारणरूप से महान कार्य हैं। पद्म श्री प्राप्तकर्ता और दो बार के राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निस्संदेह एक शुद्ध अभिनेता हैं। सालों से ऑडियंसउन पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रही है और उन्हें दरकिनार कर रही है। उनका मानना है की अगर आपको कुछ प्रतिभा मिली, तो दुनियाकिसी दिन या किसी और तरह से देख लेगी। निस्संदेह वह एक बहुमुखी अभिनेता हैं।
2. नवाजुद्दीन सिद्दीकी – मांझी, गैंग्स ऑफ वासेपुर, बदलापुर, रमन राघव 2.0 जो भी फिल्म उन्होंने की, उन्होंने सिर्फ शो चुरायाऔर लोगों को दिखाया कि एक आम ग्रामीण क्या कर सकता है। हालांकि उनकी कुछ भूमिकाएं मुख्य लीड नहीं हैं, लेकिन जिसतरह से वह चरित्र पकड़ते हैं, वैराग्य से परे है। दर्शकों को समझना चाहिए कि ये अभिनेता कितने संघर्ष से गुजर रहे हैं और फिरसे शुरू करना चाहिए।
3. रणदीप हुड्डा – हाल ही में उन्होंने एक फिल्म क्रिस हेमस्वॉर्थ “थॉर” के साथ किया। वास्तव में यह भारतीयों के लिए गर्व का क्षणहै कि हरियाणा के एक छोटे से गांव का एक लड़का हॉलीवुड अभिनेता के साथ काम कर रहा है। निस्संदेह उन्होंने “एक्सट्रैक्शन” मेंअसाधारण रूप से शानदार काम किया। उन्होंने फिल्म ‘सरबजीत‘ में हम सभी को हिलाकर रख दिया कि एक अभिनेता बननाआसान नहीं है। महीनों के भीतर उनका शरीर परिवर्तन और जिस तरह से वह चरित्र में ऊपर उठे थे वह असाधारण था। ऐसेअभिनेताओं को भविष्य में बेहतर कामों के लिए तैयार किया जाना चाहिए और उन्हें प्रेरित किया जाना चाहिए।
4. इरफान खान– वह एक ऐसे व्यक्ति हैं जिन्होंने कॉमेडी, सस्पेंस, थ्रिल आदि सभी तरह के काम किए हैं। उनके द्वारा किए गए कार्योंको सभी प्रकार के आयु समूहों द्वारा बहुत पसंद किया गया। जिसका साफ मतलब है कि उन्होंने अपने काम से सभी लोगों का दिलथाम लिया था। लंचबॉक्स, पान सिंह तोमर, कारवां, हिंदी मीडियम, स्लम डॉग जैसी कृतियां पूरी तरह से रेखांकित की गई हैं। यहदुखद है कि इस तरह के काम को नजरअंदाज किया जा रहा है।