बेअदबी का इंसाफ दिलाने की नहीं है मुख्यमंत्री चन्नी की मंशा – हरपाल सिंह चीमा

HARPAL CHEEMA
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चन्नी सरकार ने दो दिन में साजिशकर्ताओं को पकड़ने का किया था दावा, लेकिन अभी तक दोषी की पहचान भी नहीं कर सकी – हरपाल सिंह चीमा
राजनीतिक साजिश के तहत हुई हरमंदिर साहिब में हुई बेअदबी – हरपाल सिंह चीमा
पारंपरिक पार्टियां पंजाब का माहौल खराब करने के लिए राज्य की अमन-शांति और आपसी भाईचारा खराब कर रही है
अगर कांग्रेस सच में इंसाफ दिलाना चाहती है तो जस्टिस रणजीत सिंह की रिपोर्ट पर अभी तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की?

चंडीगढ़, 22 दिसंबर 2021

पिछले दिनों अमृतसर के पवित्र हरमंदिर साहिब में हुई बेअदबी की घटना और उसके बाद राज्य में उत्पन्न हुए हिंसक माहौल को आम आदमी पार्टी ने बड़ी राजनीतिक साजिश करार दिया। बुधवार को पार्टी मुख्यालय में मीडिया को संबोधित करते हुए आप के वरिष्ठ नेता और पंजाब विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष हरपाल सिंह चीमा ने कहा, पंजाबी भाईचारा खराब करने के लिए पारंपरिक पार्टियां 2015 से ही धार्मिक बेअदबी की घटनाओं को अंजाम दे रही है।

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हरमंदिर साहिब की बेअदबी के दोषियों पर कार्रवाई करने के कांग्रेस सरकार के दावे पर सवाल करते हुए चीमा ने कहा, चन्नी सरकार ने सभी दोषियों और साजिशकर्ताओ को दो दिन में पकड़ने का दावा किया था। आज चार दिन से ज्यादा हो गए। लेकिन साजिशकर्ताओं को पकड़ना को तो दूर, कांग्रेस सरकार इस घटना को अंजाम देने वाले दोषी की पहचान भी नहीं कर सकी है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सरकार चुनाव में फायदे के उद्देश्य से मामले को पेचीदा बनाने के लिए जांच-पड़ताल में देर कर रही है।

सत्ताधारी कांग्रेस सरकार की नीयत पर सवाल उठाते हुए चीमा ने कहा, “2015 में हुई गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी और कोटकपूरा व बहबल कलां गोलीकांड मामले में इंसाफ दिलाने का वादा कर कांग्रेस 2017 में सत्ता में आई। लेकिन आज तक कांग्रेस सरकार ने इन मामले के दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की।” उन्होंने सवाल करते हुए कहा, अगर सच में कांग्रेस की नीयत इंसाफ दिलाने की होती तो इस मामले से संबंधित 2018 की जस्टिस रणजीत सिंह की रिपोर्ट पर कांग्रेस सरकार ने आज तक कोई कार्यवाही क्यों नहीं की? कांग्रेस सरकार द्वारा बार-बार नई एसआईटी बनाने के बाद भी अभी तक न दोषियों को सजा मिली और न संगत को इंसाफ मिला।

चीमा ने कहा, “हर बार चुनाव के समय राजनीतिक साजिश के तहत इस तरह की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। इसके पीछे खुद सरकार और सरकारी एजेंसियों के हाथ होते है। 2015 से अब तक पंजाब में न सिर्फ
गुरु ग्रंथ साहिब की बेअदबी हुई बल्कि हिंदू धर्म का पवित्र ग्रंथ श्रीमद्भागवत गीता और इस्लाम का पवित्र ग्रंथ कुरान साहिब की भी बेअदबी हुई। लेकिन वर्तमान और पिछली सरकारों ने कोई कार्रवाई नहीं की। इससे साबित होता है कि सत्तारूढ़ दल अपने राजनीतिक लाभ के लिए दोषियों और साजिशकर्ताओं को जानबूझकर नहीं पकड़ती है।

अकाली दल(बादल) पर निशाना साधते हुए चीमा ने कहा, 2015 में जब अकाली-भाजपा सरकार के समय बेअदब की घटना हुई थी, उसके बाद डेढ़ साल तक अकाली-भाजपा गठबंधन की राज्य में सरकार थी। लेकिन डेढ़ साल तक जानबूझकर बादल सरकार ने दोषियों पर कोई कार्रवाई नहीं की। चीमा ने पंजाब के लोगों से पारंपरिक पार्टियों की साजिशों से सावधान रहने की अपील की और कहा कि बेअदबी की घटनाओं के माध्यम से पारंपरिक पार्टियां पंजाब का अमन-चैन और आपसी भाईचारा खराब करने की कोशिश कर रही है। पंजाब विरोधी ताकतें राज्य में दहशत का माहौल उत्पन्न करना चाहती है ताकि लोग शिक्षा चिकित्सा और रोजगार जैसे असली मुद्दे छोड़कर जातीय और धार्मिक मुद्दों में फंसे रहे।

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