चंडीगढ़, 12 नवम्बर – हरियाणा की महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री श्रीमती कमलेश ढांडा ने कहा कि कोरोना महामारी के बाद अब स्थितियां धीरे-धीरे सामान्य होनी शुरू हो गई हैं और शिक्षण संस्थान खुलने से एक बार फिर से दिनचर्या सामान्य हो गई है। बच्चों की रचनात्मक गतिविधियों में तेजी लाने के लिए हमें कार्य करने की आवश्यकता है। हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद जैसी संस्थान भी इस कड़ी में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
श्रीमती ढांडा आज कैथल में हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय स्वर्ण जयंती बाल महोत्सव समारोह का उद्घाटन करने उपरांत अपना सम्बोधन दे रही थी।
उन्होंने कहा कि बच्चों में क्रियाशीलता लाने के लिए अभिभावक से लेकर शिक्षक, सभी को अपना दायित्व निभाना होगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के कोने-कोने में आयोजित की गई 11 प्रतियोगिताओं में हजारों बच्चों ने हिस्सा लिया, जिनका मैं उज्ज्वल भविष्य देख रही हूँ। सभी प्रतिभागी अपनी मेहनत और लगन से जिला स्तर और मंडल स्तर पर हुई प्रतियोगिताओं में अपनी क्षमता को साबित करते हुए इस अहम दौर में पहुंचे हैं। मेरी ओर से सभी को हार्दिक बधाई व शुभकामनाएं तथा आशीर्वाद।
राज्यमंत्री ने कहा कि जिला स्तर पर 17 प्रतियोगिताओं में एक लाख से अधिक बच्चों की भागीदारी सुनिश्चित करवाने के लिए हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के पदाधिकारी बधाई के पात्र हैं।
श्रीमती ढांडा ने हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद को बाल कल्याण एवं उत्थान के लिए अपने स्वैच्छिक कोष से 5 लाख रुपये की राशि देने की घोषणा भी की।
हरियाणा राज्य बाल कल्याण परिषद के मानद सचिव प्रवीण आत्रेय ने कहा कि परिषद लगातार बच्चों के सपनों को उड़ान देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है ।