विश्व पर्यावरण दिवस को उत्साह के साथ मनाते हुए, मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन ने पर्यावरण की रक्षा के लिए जागरूकता बढ़ाने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से विभिन्न गतिविधियों का आयोजन किया। दिन की शुरुआत एक भावपूर्ण हवन समारोह के साथ हुई, जिसमें प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव, स्टाफ और छात्रों ने पृथ्वी के स्वस्थ होने और मानव जाति की भलाई के लिए प्रार्थना की। समारोह कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल को ध्यान में रख कर किया गया । इसके बाद पौधरोपण अभियान चलाया गया। इस अवसर पर अपने विचार साझा करते हुए, डॉ. भार्गव ने जोर देकर कहा कि कोविड के उद्भव ने दिखाया है कि पारिस्थितिकी तंत्र के नुकसान के परिणाम कितने विनाशकारी हो सकते हैं और यह उचित समय है कि मनुष्य अपना ध्यान पर्यावरणीय शोषण से पर्यावरणीय उपचार पर केंद्रित करे। एक अन्य गतिविधि में, एक ऑनलाइन फोटोग्राफी प्रतियोगिता व फ़ोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया गया, जिसमें डॉ. भार्गव और संकाय सदस्यों ने प्रकृति और जैव विविधता के उनके द्वारा क्लिक की गई अद्भुत तस्वीरें प्रस्तुत कीं। ऑनलाइन प्रदर्शनी को https://youtu.be/ 6xf3tIZAJhY लिंक के माध्यम से कॉलेज के यूट्यूब चैनल पर देखा जा सकता है। कॉलेज की एनएसएस इकाइयों ने पर्यावरण विज्ञान विभाग और एमसीएम इको क्लब के सहयोग से एक राष्ट्रीय स्तर की ऑनलाइन प्रश्नोत्तरी का आयोजन किया। प्रश्नोत्तरी का विषय ‘पारिस्थितिकी तंत्र की बहाली’ था और इसका उद्देश्य समुदाय को हमारी पृथ्वी को बहाल करने के महत्व के बारे में शिक्षित करना था। क्विज में जबरदस्त प्रतिक्रिया देखी गई यू.टी. से 1054 पंजीकरण प्राप्त हुए थे। (दिल्ली, जम्मू कश्मीर और चंडीगढ़), 10 से अधिक राज्य (पश्चिम बंगाल, राजस्थान, उत्तराखंड, गोवा सहित) और 15 से अधिक विभिन्न शहर। सभी प्रतिभागियों को ई-प्रमाण पत्र दिए गए जबकि शीर्ष तीन विजेताओं को नकद पुरस्कार दिए गए। इस अवसर पर महाविद्यालय की चरित्र निर्माण समिति एवं भूनिर्माण समिति ने ‘एक पौधा लगाओ’ तथा ‘बेहतर अपशिष्ट’ विषय पर इंटर कॉलेज प्रतियोगिता का आयोजन किया। इस प्रतियोगिता में 52 छात्रों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया, जिसमें उन्होंने अपने-अपने स्थानों पर पौधे लगाकर पर्यावरण के प्रति अपने प्रेम का प्रदर्शन किया और अपशिष्ट पदार्थों का प्रयोग करके रचनात्मक वस्तुएँ बनाईं एवं पुन: उपयोग और रीसायकल का संदेश दिया। सभी प्रतिभागियों को ई-सर्टिफिकेट प्रदान किए गए।