एमसीएम ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग पर जागरूकता सत्र और प्रतियोगिताओं का आयोजन किया

चंडीगढ़ 19 अक्टूबर 2022 :-  
नशा मुक्त भारत अभियान के तत्वावधान में मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, चंडीगढ़ के ड्रग एब्यूज (वाडा) क्लब ने ‘युवाओं के बीच नशीली दवाओं के दुरुपयोग’ पर जागरूकता सत्र आयोजित किया । सत्र का संचालन मनोचिकित्सा विभाग,पीजीआईएमईआर, चंडीगढ़ में प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. देबाशीष बसु द्वारा किया गया था। नशीली दवाओं एवं दुरुपयोग को परिभाषित करते हुए इस ज्ञानवर्धक सत्र में डॉ. बसु ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग की व्यापकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने नशीली दवाओं के दुरुपयोग के प्रति युवाओं की संवेदनशीलता के लिए समाजशास्त्रीय, मनोवैज्ञानिक और जैविक कारणों पर विस्तार से चर्चा की। नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के लिए, डॉ बसु ने जोर देकर कहा कि युवाओं को जीवन को प्राथमिकता देनी चाहिए, मन और शरीर पर ध्यान देना चाहिए, स्वस्थ समाज बनाने में अपना सहयोग देना चाहिए और अपने आप में आध्यात्मिकता की भावना पैदा करनी चाहिए। यह कार्यक्रम इंटरैक्टिव सत्र के साथ समाप्त हुआ, जिसमें विशेषज्ञों द्वारा प्रतिभागियों के प्रश्नों का उचित समाधान बताया गया। एक अन्य कार्यक्रम में, वाडा क्लब ने भाषण, निबंध लेखन और पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की जिसमें ‘इज़ सबस्टांस यूज़ अडिक्शन : ए डिज़ीज़ ओर ए चॉइस?’, ‘नशा मुक्त भारत अभियान एंड रोड मैप अहेड फ़ॉर इट्स सक्सेस’ और ‘इम्पैक्ट ऑफ सबस्टांस यूज़ ऑन इंडिविजूअल’ विषय रखे गए। इस आयोजन का उद्देश्य मादक द्रव्यों के सेवन से मुक्त एक स्थायी दुनिया के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कार्यों और सहयोग को मजबूत करना है। प्रतियोगिताओं में बड़ी संख्या में भाग लेने वाले विद्यार्थियों से उत्साहजनक प्रतिक्रिया मिली।
प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव ने नशीली दवाओं के दुरुपयोग की समस्या को रोकने और एक स्वस्थ समाज के निर्माण के लिए ठोस प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने जोर देकर कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को इस खतरे के बारे में अपने समुदाय में जागरूकता बढ़ानी होगी । इसके साथ ही नशीली दवाओं के दुरुपयोग को रोकने के तरीकों के बारे में लोगों को शिक्षित करके नशे के खिलाफ लड़ाई में सकारात्मक भूमिका निभानी होगी।