चंडीगढ़ 24 जनवरी 2022
राष्ट्रीय बालिका दिवस के सप्ताह भर चलने वाले उत्सव के हिस्से के रूप में, मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, चंडीगढ़ की एनएसएस इकाइयों ने बेटी बचाओ बेटी पढाओ योजना के तहत ‘लैंगिक रूढ़िवादिता और महिला सशक्तिकरण’ पर वेबिनार का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में प्रमुख वक्ता कॉलेज के स्नातकोत्तर समाजशास्त्र विभाग से सहायक प्रोफेसर डॉ बिंदु डोगरा थीं । वेबिनार में विभिन्न स्ट्रीम के स्टाफ़ और छात्रों सहित 85 से अधिक प्रतिभागियों ने भाग लिया। वेबिनार के दौरान, डॉ बिंदू ने समाज में प्रचलित लैंगिक रूढ़ियों पर प्रकाश डाला, और यह भी बताया की सरकार द्वारा शुरू किए गए विभिन्न संवैधानिक और कानूनी प्रावधानों, कार्यक्रमों और नीतियों के बावजूद किस प्रकार यह महिलाओं के सशक्तिकरण को प्रतिबंधित करते हैं । उन्होंने महिला सशक्तिकरण की अवधारणा और इससे जुड़े विभिन्न आयामों और मापदंडों को भी विस्तार से बताया। प्रमुख वक्ता ने रूढ़िवादी मानसिकता को बदलने के लिए प्रभावी कदम भी सुझाए ताकि देश में प्रभावी महिला सशक्तिकरण के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सके, जिससे लैंगिक भेदभाव समाप्त हो और सामाजिक जीवन और कामकाजी माहौल में लैंगिक समानता लाई जा सके। अंत में रिसोर्स पर्सन द्वारा दर्शकों के प्रश्नों का समाधान किया गया। ‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ विषय पर एक कविता पाठ प्रतियोगिता भी आयोजित की गई, जहाँ प्रतिभागियों ने अपनी कविताओं को साझा किया।
प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव ने महिला सशक्तिकरण के महत्वपूर्ण कारणों के बारे में छात्रों को शिक्षित करने के लिए कॉलेज की एनएसएस इकाइयों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सशक्त महिलाएँ अपने परिवारों, समुदायों और देश के स्वास्थ्य व उत्पादकता में योगदान देने में सक्षम हैं । इसलिए सतत विकास के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए महिला सशक्तिकरण आवश्यक है।
प्राचार्या डॉ. निशा भार्गव ने महिला सशक्तिकरण के महत्वपूर्ण कारणों के बारे में छात्रों को शिक्षित करने के लिए कॉलेज की एनएसएस इकाइयों के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि सशक्त महिलाएँ अपने परिवारों, समुदायों और देश के स्वास्थ्य व उत्पादकता में योगदान देने में सक्षम हैं । इसलिए सतत विकास के लक्ष्यों को पूरा करने के लिए महिला सशक्तिकरण आवश्यक है।