चंडीगढ़, 1 अक्तूबर 2021
मेहर चंद महाजन डीएवी कॉलेज फॉर विमेन, चंडीगढ़ की एनएसएस इकाइयों ने चंडीगढ़ के ग्राम बधेरी के आंगनवाड़ी परिसर में पोषण अभियान के तहत जागरूकता शिविर का आयोजन कर एनएसएस दिवस मनाया। शिविर का उद्देश्य बच्चों में अच्छे पोषण के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करना और औषधीय व पोषाहार पौधों की प्रासंगिकता के बारे में ज्ञान का प्रसार करना था। शिविर की शुरुआत कॉलेज में खाद्य विज्ञान विभाग की डॉ. हरजोत कौर मान द्वारा समाज के कमजोर वर्ग के लिए पोषण जागरूकता पर एक संवादात्मक व्याख्यान के साथ हुई जिसका विषय था ‘सही पोषण देश रोशन’।
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सत्र का उद्देश्य सकारात्मक पोषण व्यवहार और प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए गर्भवती महिलाओं, स्तनपान कराने वाली माताओं और किशोरों को शामिल करना था। ‘नरिश टू फ्लोरिश’ को बढ़ावा देते हुए विशेषज्ञ ने लक्ष्य समूह के सदस्यों के साथ आवश्यक पोषक तत्वों और उनके सस्ते स्रोतों के बारे में जानकारी साझा की और उनसे जंक फूड से परहेज करने का आग्रह किया। उन्हें जमीनी स्तर पर कुपोषण के मुद्दे को मिटाने के लिए अपने ज्ञान का विस्तार करने के लिए भी प्रेरित किया गया।
आईसीडीएस परियोजना 3, समाज कल्याण विभाग, यू.टी. से पर्यवेक्षक, श्रीमती परविंदर कौर, इस मौके पर मौजूद रहीं । एनएसएस स्वयंसेवकों ने दैनिक जीवन में ‘पौष्टिक आहार’ के महत्व पर एक नुक्कड़ नाटक भी प्रस्तुत किया जिसमें जीवन के प्रत्येक चरण में विशेष रूप से गर्भावस्था के विभिन्न चरणों के दौरान उचित मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फाइबर को शामिल करने के महत्व पर प्रकाश डाला गया। शिविर के अंत में आंगनबाडी परिसर के प्रांगण में एमसीएम ईको क्लब के सहयोग से न्यूट्री वाटिका की स्थापना की गई।
स्वयंसेवकों ने वन और वन्यजीव विभाग, चंडीगढ़ प्रशासन से प्राप्त किए गए पोषण से भरे व औषधीय पौधे लगाए, जैसे स्टीविया, आंवला, अमरूद, करी पत्ता, पुदीना, गिलोय, अजवाइन, ब्राह्मी आदि। निवासियों के बीच इन पौधों के गुणों पर भी चर्चा की । आयोजन के दौरान, उपयुक्त कोविड मानदंडों का पालन किया गया।
प्रिंसिपल डॉ. निशा भार्गव ने स्वास्थ्य, स्वास्थ्य और रोग और कुपोषण के प्रति प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ावा देने वाली प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए एनएसएस इकाइयों की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस तरह की सामाजिक आउटरीच गतिविधियों को शुरू करने से छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा मिलेगा और सामाजिक दायित्व भी पूर्ण होगा ।