कहा कि मुख्यमंत्री तथा मंत्री अपने फार्म हाउसों में व्यस्त तथा किसानों को जरूरत के समय भाग्य के सहारे छोड़ दियाः सरदार सिकंदर सिंह मलूका
चंडीगढ़/16जून,2021- शिरोमणी अकाली दल ने आज कैप्टन अमरिंदर सिंह की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार पर धान के सीजन के लिए बिजली आपूर्ति के कुप्रबंधन के लिए जमकर फटकार लगाई, क्योंकि इसके कारण किसानों को बहुत नुकसान उठाना पड़ सकता है।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए पूर्व मंत्री तथा शिरोमणी अकाली दल के किसान विंग के अध्यक्ष सरदार सिक्रदर सिंह मलूका ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि कांग्रेस सरकार धान लगाने के सीजन के पहले पांच दिनों के दौरान भी किसानों को नियमित बिजली उपलब्ध नही करा सकी। उन्होेने कहा कि आठ घंटे बिजली आपूर्ति के वादे को तो छोड़ ही दीजिए , राज्य के कई हिस्सों में पिछले तीन दिनों से किसानों को बिजली नही मिल रही है।
सरदार सिकंदर सिंह मलूका ने कहा कि पंजाब स्टेट पावर कारपोरेशन लिमिटेड(पीएसपीसीएल) राज्य में बिजली की आपूर्ति करने में बुरी तरह नाकाम रहा है। उन्होने कहा कि आपूर्ति बहाल न होने के कारण किसानों ने पीएसपीसीएल के कार्यालयों के सामने धरने लगाए बैठे रहे। उन्होने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बात है कि पीएसपीसीएल के पास राज्य के कई हिस्सों में बिजली बहाल करने के लिए ट्रांसफार्मर तथा केबल नही है। सरदार मलूका ने कहा कि हालांकि पीएसपीसीएल के कर्मचारियों ने धान के मौसम की शुरूआत से पहले उपकरणों की कमी के बारे में अलर्ट जारी किया था, पर कांग्रेस सरकार ने कोई कार्रवाई नही की, इसके विपरीत बयान जारी कर खंडन करके दावा किया कि सब कुछ उपलब्ध है। ‘ अब सरकार का सफेद झूठ सभी को दिखाई दे रहा है , क्योंकि उपकरणों की कमी सभी को दिखाई दे रही है’।
सरदार मलूका ने कहा कि कांग्रेस सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में घरों के लिए बिजली उपलब्ध कराने में नाकाम रही है। उन्होने कहा कि तुफान के दौरान उखड़े पोलों को लगाने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि बिजली विभाग से बार बार शिकायत करने के बावजूद जवाब देने में नाकाम रहा है। उन्होने कहा कि कर्मचारियों की कमी भी संकट को बढ़ाने का काम किया है। उन्होने कहा कि कांग्रेस घर घर नौकरी के नारे के साथ पीएसपीसीएल जैसे सरकारी विभाग के तकनीकी मामलों में आवश्यक कर्मचारियों की भर्ती नही की जा रही है। उन्होने कहा कि नई भर्तियां करने के बजाय इस सरकार ने पुनर्गठन के नाम पर हजारों पदों को समाप्त कर दिया है।
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह को गहरी नींद से जगाने और बिना किसी देरी के व्यवस्था बहाल करने के लिए कहते हुए अकाली नेता ने कहा कि यदि ऐसा न किया गया तो फिर ऐसा हो जाएगा कि राज्य में ट्रांसमिशन सिस्टम ढ़हने का खतरा हो जाएगा।