केंद्र सरकार की नाकामी के कारण लोगों में डर और दहशत का माहौल है, ऑक्सीजन और दवाओं के अनियंत्रित वितरण के लिए भी केन्द्र जिम्मेदार
मोदी की डर और दहशत की राजनीति लोगों को नुकसान पहुंचा रही है
चंडीगढ़, 26 अप्रैल 2021
आम आदमी पार्टी पंजाब के यूथ विंग के अध्यक्ष और विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि मोदी सरकार उन लोगों पर नकेल कसने में फेल रही है, जो कोविड -19 के लिए आवश्यक चीजें जैसे, रेमडेसिविर दवाओं, टीके और ऑक्सीजन सिलेंडर आदि की जमाखोरी कर रहे हैं और मनमर्जी से उसका मूल्य निर्धारण कर रहे हैं। सोमवार को पार्टी मुख्यालय से जारी एक बयान में मीत हेयर ने कहा कि ऑक्सीजन और दवाओं के वितरण को नियंत्रित करने और उसकी जमाखोरी के लिए केन्द्र सरकार जिम्मेदार है। कोविड-19 को देश में आए हुए एक साल से अधिक समय हो चुका है, लेकिन सरकार की लापरवारी के कारण वायरस ने फिर से लाखों लोगों को संक्रमित किया और हजारों लोगों की जान ले ली।
उन्होंने कहा कि देश के डॉक्टरों और वैज्ञानिकों ने देश में कोविड महामारी के फिर से उभरने के बारे में पहले ही आगाह कर दिया था, लेकिन केंद्र सरकार ने चिकित्सा व्यवस्था को ठीक करने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए और न ही लोगों की जान बचाने के लिए कोई पर्याप्त व्यवस्था की। इसके अलावा अब जमाखोर अंधाधूंध तरीके से लोगों से आवश्यक कोविड -19 दवाओं और ऑक्सीजन के नाम पर लूट रहे हैं। उन्होंने कहा कि दवाओं और टीकों के दुरुपयोग पर कोई रोक नहीं है। जिसके कारण फार्मेसी कंपनियां बड़ी संख्या में दवाओं का स्टॉक जमा कर रही हैं और इसे ब्लैक मार्केटिंग कर महंगी कीमतों पर बेच रही हैं।
हेयर ने कहा कि इसमें कोई दोराय नहीं है कि जमाखोरी के कारण ही आज ऑक्सीजन और दवाओं की कमी हो रही है, लेकिन मोदी सरकार ऐसे लोगों की कोई जाँच नहीं कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी केवल ड्रामा’ कर रहे हैं। यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण और शर्मनाक है कि केन्द्र सरकार महामारी के समय में भी राजनीति कर रही है। मोदी पर फार्मा कंपनियों के साथ मिलीभगत का आरोप लगाते हुए हेयर ने कहा कि पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अडानी-अंबानी के साथ मिलीभगत करके किसानों की जिंदगी बर्बाद करने की कोशिश की और अब वे फार्मा कंपनियों के साथ गठजोड़ करके आम लोगों के जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। मोदी सरकार की नाकामी के कारण ही आज लोगों में डर और घबराहट का माहौल बना हुआ है। मोदी की डर और दहशत की राजनीति अब लोगों को परेशान कर रही है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार की नीति है कि अपने कुछ करीबी कॉरपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए जमाखोरी को बढ़ावा दे। इनमें से एक उदाहरण कृषि कानून का आवश्यक वस्तु अधिनियम है, जो स्पष्ट करता है कि मोदी जमाखोरी के पक्षधर हैं।
हेयर ने कहा कि देश में कोविड के मामले और मृत्यु दर रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ रहे हैं लेकिन भाजपा के सभी नेता और मंत्री पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में व्यस्त हैं। मोदी ने कोरोना से लड़ने के लिए राज्यों को अकेला छोड़ दिया है और वैक्सीन के नाम पर झूठे दावे कर रहे हैं। केंद्र सरकार राज्यों को कोरोना वैक्सीन और अन्य आवश्यक चीजें मुहैया कराने में भेदभाव कर रही है और अपनी कुछ क्रॉनिक फार्मेसी कंपनियों के साथ मिलकर काम कर रही है।