चंडीगढ़, 21 दिसंबर 2021
हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री श्री अनिल विज ने कहा कि नारनोंद विधानसभा क्षेत्र के गांव बाड़ला के निवासी मृतक राम फल पुत्र श्री लखन लाल का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में किया गया था । पोस्टमार्टम हिस्टोपैथोलॉजी और क्षेत्रीय फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला हिसार की रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल बोर्ड के सदस्यों की राय के अनुसार, इस मामले में मृत्यु कोरोनरी धमनी की बीमारी के कारण हृदय ( महत्वपूर्ण अंग ) की विफलता है। जो की सामान्य मृत्यु का कारण बनने के लिए पर्याप्त है और यह एक प्राकृतिक रोग प्रक्रिया है।
और पढ़ें :-हरियाणा के मुख्यमंत्री श्री मनोहर लाल ने कहा कि हरियाणा की जनता को बिजली की कमी नहीं आने दी जाएगी।
श्री विज आज यहां हरियाणा विधानसभा में चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान लगाए गए प्रश्न का उत्तर दे रहे थे।
श्री विज ने कहा कि दिनांक 22/03/2021 को गांव बढ़ाला में कोविड टीकाकरण शिविर का आयोजन किया गया , जिसमें दोपहर करीब तीन बजे श्री रामफल को कोविड -19 का टीका लगाया गया था । दिशानिर्देशों के अनुसार टीकाकरण के बाद किसी भी प्रतिकूल घटना को देखने के लिए उन्हें टीकाकरण स्थल पर 30 मिनट तक निगरानी में रखा गया था । इसके बाद लाभार्थी अपने घर चले गए और घर जाते समय वह एक स्थानीय दुकान पर चाय पीने के लिए रुके , जहां उन्हें बेचैनी हुई , उसके बाद उन्हें वापस टीकाकरण स्थल पर लाया गया जहां डॉक्टरों ने उन्हें जीवन रक्षक इंजेक्शन दिया और उन्हें सिविल अस्पताल हांसी ले गए जहा 5:10 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया । मृतक रामफल पुत्र श्री लखनलाल का पोस्टमार्टम डॉक्टरों के बोर्ड द्वारा अग्रोहा मेडिकल कॉलेज में किया गया था पोस्टमार्टम हिस्टोपैथोलॉजी और क्षेत्रीय फोरेसिक विज्ञान प्रयोगशाला हिसार की रिपोर्ट के आधार पर मेडिकल बोर्ड के सदस्यों की राय के अनुसार , इस मामले में मृत्यु कोरोनरी धमनी की बीमारी के कारण हृदय महत्वपूर्ण अंग ) की विफलता है जोकि सामान्य मृत्यु का कारण बनने के लिए पर्याप्त है और यह एक प्राकृतिक रोग प्रक्रिया है ।
उन्होंने कहा कि कोविड टीकाकरण कार्यक्रम एक राष्ट्रीय कार्यक्रम है जो लाभार्थियों को नोवल कोरोना वायरस से सुरक्षा प्रदान करता है । भारत सरकार के दिशा – निर्देशों के अनुसार नोवल कोरोना वायरस से जनता की सुरक्षा के लिए जनहित में यह कार्यक्रम लागू किया जा रहा है । भारत सरकार द्वारा जारी दिशा – निर्देशों के अनुसार टीकाकरण के बाद कोई भी प्रतिकूल घटना होने पर नौकरी / वित्तीय मुआवजे के बारे में अभी तक कोई नीति / दिशानिर्देश नहीं है ।