अकाली-कांग्रेसी मिल कर बेअदबी के इंसाफ के रास्ते में पैदा कर रहे हैं रुकावटें -ग्यासपुरा
पुलिस की गोली चलने के लिए सीधे तौर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री और गृहमंत्री जिम्मेवार
चंडीगढ़, 22 जून 2021
कोटकपूरा गोलीकांड मामले की जांच कर रही सीट की तरफ से पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल को तलब करने के बारे में आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब के विधायक और किसान विंग के प्रांतीय प्रधान कुलतार सिंह संधवां और सीनियर नेता मनविन्दर सिंह ग्यासपुरा ने कहा कि कोटकपूरा गोली कांड की सही जांच के लिए प्रकाश सिंह बादल का नार्को टेस्ट जरूर करवाया जाए। ‘आप’ नेताओं ने दोष लगाया कि कैप्टन सरकार नई जांच समिति के द्वारा बादल परिवार को बचाने के लिए नाटक कर रही है, पंजाब निवासियों को कोई इंसाफ नहीं दे रही।
मंगलवार को पार्टी के मुख्य दफ्तर से जारी बयान के द्वारा कुलतार सिंह संधवां और मनविन्दर सिंह ग्यासपुरा ने कहा कि नई बनाई जांच समिति ने प्रकाश सिंह बादल को फिर से तलब किया है, जिसको पिछली जांच समिति ने भी बुलाया था। उन्होंने कहा कि यह सब दोषियों को बचाने के लिए केवल जांच प्रक्रिया के नाम पर कैप्टन सरकार का नाटक है। यह सब करने की बजाए प्रकाश सिंह बादल का नार्को टैस्ट करवाना चाहिए, जिससे जांच प्रक्रिया पूरी तरह से हमेशा के लिए खत्म हो जाये।
कुलतार सिंह संधवां ने कहा कि पिछले पांच सालों से श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी की बेअदबी और गोलीकांड को लेकर राजनीति की जा रही है। कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार श्री गुटका साहिब की कसम खा कर सत्ता में आई थी, कि सरकार बनने के बाद बेअदबी और गोलीकांड के दोषियों को जेल भेजा जायेगा, परन्तु कैप्टन सरकार ने साढ़े चार सालों में कोई कार्यवाही नहीं की, न ही साजिशकर्ताओं और न ही किसी दोषी को सजा दी गई। ‘आप’ नेता ने कहा केवल एक चीज जो की गई है वह केवल जांच समितियां ही बनाईं गई हैं।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह और बादल परिवार के बीच मिलीभगत होने का दोष लगाते ग्यासपुरा ने कहा कि बादल के साथ कैप्टन का रिश्ता आज भी कायम है, जिस को आम जनता जान चुकी है कि अकाली कांग्रेसी मिलकर बेअदबी के इंसाफ के रास्ते में रूकावटें पैदा कर रही हैं। संधवां ने टिप्पणी करते कहा कि पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल कहा करते थे, कि उनको पंजाब में चींटी चलती भी दिखाई देती है, परन्तु वोट लेने के लिए बादल ने बेअदबी मामले में शामिल दोषियों को बचाया। गुरू की बेअदबी का इंसाफ मांग रही सिक्ख संगत पर गोलियां चलवाई। उन्होंने कहा कि संगत पर पुलिस की गोली चलने के लिए सीधे तौर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री और गृहमंत्री जिम्मेदार हैं, परन्तु पंजाब पुलिस को अनजान कह कर बादल और कैप्टन सिक्ख संगत का अपमान कर रहे हैं।
संधवां ने कहा कि यह दुखांत पंजाब में घटा था, जो पंजाब के माथे पर एक कलंक है और इस कलंक को हटा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने पर बेअदबी के दोषियों, साजिशकर्ताओं और दोषियों को बचाने वालों को जरूर जेलों में फेंका जाएगा।