गैंगस्टरवाद और हिंसा को प्रोत्साहन देने वाली कोई भी फि़ल्म पंजाब में नहीं चलने देंगे-कैप्टन अमरिन्दर सिंह

अकाली नेता इकबाल सिंह मल्ला के विरुद्ध देश विरोधी गतिविधियों के दोषों की जांच करवाने का भरोसा
चंडीगढ़, 25 फरवरी:
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने आज सदन में कहा कि राज्य में गैंगस्टरवाद और हिंसा को प्रोत्साहन देने वाली कोई भी फि़ल्म चलाने की इजाज़त नहीं दी जायेगी और उनकी सरकार इस सम्बन्ध में सैंसर बोर्ड के पास पहुँच करेगी।
बजट सत्र के तीसरे दिन शून्य काल के दौरान खन्ना से विधायक गुरकीरत सिंह कोटली द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में विचार-चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री ने दख़ल देते हुए यह बात कही। श्री कोटली ने हाल ही में बैन की ‘शूटर’ जैसी अन्य फि़ल्में रिलीज़ होने की कतार में होने पर चिंता ज़ाहिर की थी।
राज्य भर में सुरक्षित सामाजिक माहौल को यकीनी बनाने के लिए अपनी दृढ़ वचनबद्धता को दोहराते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में बहुत यत्नों के बाद अमन-शान्ति और सांप्रदायिक सद्भावना कायम की गई है जिसमें विघ्न डालने की हरगिज़ आज्ञा नहीं दी जायेगी।
कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा कि उनकी सरकार ऐसी फि़ल्मों संबंधी सैंसर बोर्ड को पत्र लिखेगी क्योंकि यह मामला बोर्ड के अधिकार क्षेत्र अधीन आता है।
यह जि़क्रयोग्य है कि इस महीने की शुरुआत में मुख्यमंत्री ने बदनाम गैंगस्टर सुक्खा काहलवां के जीवन और जुर्मों के आधार पर बनी ‘शूटर’ फि़ल्म पर पाबंदी लगाने के हुक्म दिए गए थे।
अकाली दल के स्थानीय नेता इकबाल सिंह मल्ला के देश-विरोधी गतिविधियों में सम्मिलन संबंधी विधायक परमिन्दर सिंह पिंकी द्वारा उठाए गए सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने इसकी विस्तृत जांच करवाने और कानून के मुताबिक कार्यवाही करने का भरोसा दिया। श्री पिंकी ने दोष लगाए कि मल्ला के खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के मैंबर हैपी पीएचडी जो हाल ही में पाकिस्तान में मारा गया, के साथ सम्बन्ध थे।
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