पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी सी. बी. जी. प्लांटों से पैदा होती जैविक खाद की कृषि में प्रयोग के बारे करेगी अध्ययन

पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी सी. बी. जी. प्लांटों से पैदा होती जैविक खाद की कृषि में प्रयोग के बारे करेगी अध्ययन
चंडीगढ़, 19 सितम्बर:
पंजाब कृषि यूनिवर्सिटी, लुधियाना फरमैंटिड आर्गेनिक मैन्योर (जैविक खाद) की कृषि और बाग़बानी में प्रयोग की संभावनाओं के बारे अध्ययन करेगी। यह फ़ैसला आज यहाँ पंजाब भवन में तीन कैबिनेट मंत्रियों, नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत मंत्री श्री अमन अरोड़ा, साईंस टैक्नोलोजी और पर्यावरण मंत्री श्री गुरमीत सिंह मीत हेयर और कृषि मंत्री श्री कुलदीप सिंह धालीवाल की अध्यक्षता अधीन हुई उच्च स्तरीय मीटिंग के दौरान लिया गया।
जैविक खाद के प्रयोग सम्बन्धित ढंग-तरीकों के बारे विस्तृत चर्चा करते हुये मंत्रियों ने जैविक खाद की खरीद और ढुलाई के बारे विचार-विमर्श के लिए गठित 21 सदस्यीय टास्क फोर्स को भी इस खाद के उचित प्रयोग संबंधी संभावनाओं की जाँच करने के लिए कहा जिससे पराली की समस्या का स्थायी हल निकाला जा सके।
इस सम्बन्धी सकारात्मक नतीजों का वायदा करते हुये पी. ए. यू. के उप कुलपति डा. सतबीर सिंह गोसल ने मंत्रियों को अवगत करवाया कि यूनिवर्सिटी के माहिरों ने पहले ही इस जैविक खाद की कृषि में प्रयोग और पौधों के विकास पर मिट्टी की गुणवत्ता पर इसके प्रभाव के बारे खोज आरंभ दी है। उन्होंने कहा कि यूनिवर्सिटी दो फसलों का अध्ययन करने के उपरांत अगले साल अप्रैल तक कृषि में इस जैविक खाद के प्रयोग के फ़ायदों और नुकसानों पर अंतिम रिपोर्ट सांझा करेगी।
इस दौरान श्री अमन अरोड़ा ने कहा कि पराली जलाने से रोकने का सबसे उपयुक्त और वैज्ञानिक हल कम्परैस्सड बायोगैस ( सी. बी. जी.) प्लांट हैं। इसके साथ ही उन्होंने सी. बी. जी. प्लांटों से पैदा होने वाली जैविक खाद की ढुलाई और खरीद के लिए उचित विधि विकसित करने पर भी ज़ोर दिया।
बताने योग्य है कि हर साल 20 मिलियन टन धान की पराली का उत्पादन हो रहा है। इस चुनौती से निपटने के लिए 33.23 टन प्रति दिन की कुल क्षमता वाला सी. बी. जी. प्लांट संगरूर में शुरू किया गया है और पेडा की तरफ से 492.58 टन प्रति दिन की कुल क्षमता वाले 42 और सी. बी. जी. प्रोजेक्ट भी अलाट किये गए हैं। इन सभी प्लांटों के शुरू होने से सालाना कम से कम 10 लाख टन जैविक खाद पैदा होने की उम्मीद है।
इस मौके पर अतिरिक्त मुख्य सचिव नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा स्रोत श्री ए वेनू प्रसाद, पेडा के मुख्य कार्यकारी श्री सुमित जारंगल और राज्य सरकार के अन्य सीनियर अधिकारी और सी. बी. जी. प्लांटों के निवेशक उपस्थित थे।
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