चंडीगढ़, 28 अक्तूबर:
पंजाब के ऊर्जा और लोक निर्माण मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने पंजाब स्टेट पावर कॉरपोरेशन लिमिटेड ( पी.एस.पी.सी.एल.) के जूनियर खेल अधिकारी राज कुमार को चीन में हांगजू में पैरा एशियन खेलों के डबल बैडमिंटन इवेंट में रजत पदक जीतकर न केवल अपनी संस्था बल्कि देश और राज्य का भी नाम रोशन करने के लिए बधाई दी है। राज कुमार और उत्तराखंड से उसके साथी चिराग बरेथा ने पूरे टूर्नामैंट के दौरान अपने बेमिसाल हुनर का प्रदर्शन किया और सेमीफाइनल में भी शानदार खेल दिखाया।
पैरा शटलर को उसकी शानदार उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई देते हुए ऊर्जा मंत्री ने कहा कि राज कुमार की कारगुज़ारी राज्य में मौजूद खेल प्रतिभा का प्रमाण है और मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की खेल को प्रोत्साहित करने के लिए वचनबद्धता को दिखाती है।
ऊर्जा मंत्री ने बताया की कुमार 2011 में स्पोट्र्स कोटे के अंतर्गत एक बिल डिस्ट्रीब्यूटर के तौर पर पी.एस.पी.सी.एल. में शामिल हुआ था। तब से लेकर उसने पैरा-बैडमिंटन की खेलों में लगातार शानदार प्रदर्शन किया है। 2014 में उसने एशियन खेलों में रजत पदक जीतकर देश का गौरव बढ़ाया, और फिर 2015 में पैरा बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीतकर देश का नाम रौशन किया। इन शानदार उपलब्धियों के कारण उसको साल 2018 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
ऊर्जा मंत्री हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार द्वारा पैरा-बैडमिंटन के क्षेत्र में राज कुमार के योगदान को मान्यता देते हुए उसकी उपलब्धियाँ और समर्पण को मान्यता देते हुए उसको पी.एस.पी.सी.एल में जूनियर स्पोट्र्स अफ़सर के पद पर तरक्की दी गई, जिससे वह खेलों को प्रोत्साहित करने और ऐथलीटों की आगे वाली पीढ़ी के मार्गदर्शन में अपना सफऱ जारी रख सके।’’
राज कुमार की जीत की सराहना करते हुए पी.एस.पी.सी.एल. के चेयरमैन कम मैनेजिंग डायरैक्टर इंजीनियर बलदेव सिंह सरां और डायरैक्टर एडमिन ( पी.एस.पी.सी.एल.) जसबीर सिंह सुर सिंह ने कहा कि राज कुमार की उपलब्धि नि:संदेह दूसरे ऐथलीटों के लिए प्रेरणा स्रोत होगी और हर स्तर पर खेल प्रतिभा को प्रोत्साहित करने और समर्थन देने की महत्ता को दिखाएगी।
पी.एस.पी.सी.एल के स्पोट्र्स सैल के डिप्टी चीफ़ इंजीनियर/ तकनिकी कम इंचार्ज इंजीनियर तेज पाल बांसल ने बताया कि भारतीय जोड़ी को वियतनाम की जोड़ी से सख़्त चुनौती का सामना करना पड़ा, परन्तु तीन सैट्स के टक्कर के मुकाबले के बाद उन्होंने 16-21, 21-17, 21-15 के स्कोर के साथ जीत दर्ज की। उन्होंने बताया कि फ़ाईनल मुकाबले में राज कुमार और चिराग़ बरेथा ने अपने इंडोनेशियायी विरोधियों के विरुद्ध सर्वोत्तम प्रयास के बावजूद भारतीय जोड़ी स्वर्ण पदक जीतने से चूक गई और एक नज़दीकी मुकाबले के बाद रजत पदक हासिल किया।