बिजली मंत्री ने आगामी धान सीजन के लिए ज़रुरी कोयले और बिजली के प्रबंधों का जायज़ा लिया

कहा, सभी साधनों से अधिक से अधिक बिजली उत्पादन करने और धान की सीधी बुवाई के लिए बिजली की नियमित सप्लाई को यकीनी बनाया जाये
पी.एस.पी.सी.एल. की शिकायत निवारण प्रणाली को मज़बूत करने की हिदायत
 
चंडीगढ़, 13 अप्रैलः- 
पंजाब के बिजली मंत्री स. हरभजन सिंह ई.टी.ओ ने आज आगामी धान सीजन के दौरान ज़रुरी कोयले और बिजली के प्रबंधों का जायज़ा लिया और पी.एस.पी.सी.एल. के सभी साधनों से अधिक से अधिक बिजली उत्पादन करने और धान की सीधी बुवाई के लिए बिजली की नियमित सप्लाई यकीनी बनाने के आदेश दिए हैं। उन्होंने धान के सीजन के दौरान निर्धारित बिजली सप्लाई देने की ज़रूरत पर ज़ोर देते हुये सीनियर अधिकारियों को कहा कि सीजन के दौरान निर्विघ्न बिजली सप्लाई को देने के लिए ज़रुरी ठोस प्रबंध मुकम्मल कर लिए जाएँ जिससे किसानों को निर्धारित समय-सीमा अनुसार बिजली सप्लाई दी जा सके।
बिजली मंत्री ने विभाग के प्रमुख सचिव श्री तेजवीर सिंह, सी.एम.डी., पी.एस.पी.सी.एल. स. बलदेव सिंह सरां, डायरैक्टर वितरण स. डी.पी.एस. ग्रेवाल और अन्य सीनियर अधिकारियों के साथ की मीटिंग के दौरान आगामी धान सीजन के लिए ज़रुरी कोयले और बिजली के प्रबंधों सम्बन्धी जानकारी ली और विचार-विमर्श किया। उन्होंने पी.एस.पी.सी.एल. को शिकायत निवारण प्रणाली को मज़बूत करने के लिए मैनपावर को बढ़ाने और ओवरलोड गरिड्डों, लाईनों और ट्रांसफ़र्मरों को डीलोड करने के निर्देश दिए।
मंत्री ने पी.एस.पी.सी.एल. को हिदायत की कि वह सरकार द्वारा नोटीफायी किये गए कार्यक्रम अनुसार धान की सीधी बुवाई के लिए कृषि सैक्टर को बिजली की नियमित सप्लाई यकीनी बनाएं। उन्होंने किसानों को धान की सीधी बुवाई करने की अपील करते हुये कहा कि वह यह प्रणाली को अपना कर भूजल को बचाने के लिए सहयोग करें और राज्य सरकार की तरफ से दी जा रही 1500 रुपए प्रति एकड़ की सब्सिडी का लाभ लें

बिजली मंत्री ने राज्य में बिजली चोरी की समस्या को काबू करने के लिए हिदायतें दीं। उन्होंने अधिकारियों को राज्य में उपभोक्ताओं की सभी श्रेणियों को नियमित और निर्विघ्न सप्लाई यकीनी बनाने के लिए अपने यत्नों में सहयोग करने का न्योता दिया।

 

और पढ़ें :-  खाद्य एवं सिविल सप्लाई मंत्री के निर्देशों पर विभाग की तरफ से डिप्पू होल्डरों को प्रधानमंत्री अनाज कल्याण योजना के अंतर्गत वितरित गेहूँ के कमीशन के तौर पर 42 करोड़ रुपए जारी

Spread the love