पंजाब में कोविड-19 संबंधी सभी स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध – विनी महाजन

vinni mahajan
कोविड के सबसे अधिक मामलों वाले चार जिलों में स्तर-2 के 60 प्रतिशत और स्तर-3 के 40 प्रतिशत बैड उपलब्ध
राज्य में बेहतरीन सुविधाएं यकीनी बनाने के लिए प्राईवेट स्वास्थ्य सुरक्षा क्षेत्र के साथ की भागीदारी
कोरोना मरीजों की सहायता के लिए सीनियर आईएएस और पीसीएस अधिकारी और सीपीटीओज तैनात
लोग जल्द ही कौवा ऐप पर अस्पतालों में उपलब्ध बैडों संबंधी ले सकेंगे जानकारी
मुख्य सचिव द्वारा लोगों को सरकारी निर्देशों का पालन करने की अपील
चंडीगढ़, 19 अगस्तः
पंजाब की मुख्य सचिव विनी महाजन ने बताया कि कोविड-19 के बढ़ रहे मरीजों की सुरक्षा के लिए राज्य पूरी तरह तैयार है और पंजाब सरकार ने मरीजों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए प्राईवेट स्वास्थ्य सुरक्षा क्षेत्र के साथ हिस्सेदारी की है जिससे राज्य में उपलब्ध स्रोतों के सभ्यक प्रयोग को यकीनी बनाया जा सके।
उन्होंने कहा कि पंजाब में कोविड से निपटने के लिए अंतर-क्षेत्र तालमेल, कड़ी निगरानी और नियंत्रण और व्यापक मरीज प्रबंधन संबंधी सभी तैयारियाँ की गई हैं। इसके साथ ही कोविड की जांच और इलाज संबंधी सभी जरूरी सेवाएं स्तर-2 और स्तर-3 की स्वास्थ्य सुविधाओं पर यकीनी बनाई गई हैं। उन्होंने बताया कि राज्य में मौजूदा मरीजों की सुरक्षा के लिए स्तर-2 की सुविधाओं के पुख्ता प्रबंध हैं और राज्य के सबसे अधिक कोविड मामलों वाले 4 जिलों लुधियाना, जालंधर, पटियाला और अमृतसर में 60 प्रतिशत से अधिक बैड खाली हैं।
इसी तरह इस समय इन चार जिलों में स्तर-3 की सुविधाओं वाले 40 प्रतिशत से अधिक बैड खाली हैं। चाहे राज्य में बढ़ रहे मामलों के मद्देनजर, गंभीर हालत वाले मरीजों की हस्पताल /आईसीयू में संख्या बढ़ी है परन्तु पंजाब में स्थिति उतनी गंभीर नहीं है जितनी कि कुछ न्यूज रिपोर्टों में दिखाई जा रही है। यह संभव है कि कुछ केन्द्रों में सभी बैड भरे हों परन्तु जिला स्तर पर पुख्ता प्रबंध किये गए हैं। मरीजों को बेहतरीन स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करवाने के लिए उनको तुरंत दूसरे किसी अन्य केंद्र में रैफर कर दिया जाता है, जहाँ आवश्यक बैड उपलब्ध हों।
इसके अलावा पंजाब सरकार ने मरीजों की निगरानी के लिए विशेष अधिकारी कोविड पेशंट ट्रेकिंग आफिसर्ज (सीपीटीओज) तैनात किये हैं, जो मरीज के पॉजीटिव आने से लेकर उसके इलाज के बाद ठीक होने तक की निगरानी करते हैं। इसी तरह सीनियर आईएएस और पीसीएस अधिकारियों को तीसरे दर्जे की देखभाल और स्तर 3 की सुविधाओं का इंचार्ज बनाया गया है जिससे स्रोतों के सर्वोत्तम प्रयोग को यकीनी बनाया जा सके। इसके लिए निजी स्वास्थ्य सुरक्षा क्षेत्र के साथ हिस्सेदारी भी की गई है।
राज्य के अधिकारी भी कोविड महामारी को कंट्रोल करने के लिए स्थिति पर नजर रख रहे हैं और कोविड-19 के मरीजों के लिए बैडों/आईसीयू की उपलब्धता को यकीनी बनाने के लिए उचित कदम उठाए जा रहे हैं। आम लोगों के लिए अस्पतालों और सेंटरों में उपलब्ध बैडों संबंधी लाईव जानकारी कौवा ऐप पर जल्द ही मुहैया करवा दी जायेगी।
यह सत्य है कि कोविड-19 के पॉजिटिव मामलों में विस्तार हुआ है, परन्तु यह सिर्फ बड़े शहरों जैसे कि लुधियाना, जालंधर, अमृतसर और पटियाला तक ही सीमित है। मामलों के बढ़ने का कारण लॉकडाउन की पाबंदियों में ढील और टेस्टिंग सुविधाओं में वृद्धि के अलावा कुछ लोगों द्वारा सरकारी निर्देशों जैसे कि मास्क का प्रयोग, सामाजिक दूरी, खाँसते या छींकते समय प्रोटोकॉल का पालन न करना है। कोरोना वायरस को हराने के लिए राज्य के वासियों को सरकारी निर्देशों को एक मिशन के तौर पर लेना पड़ेगा और संक्रमण से बचने के लिए सावधानियों का पालन करना होगा। कोविड के लक्षणों के शक होने पर तुरंत 104 पर कॉल करना या नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र या हस्पताल को रिपोर्ट करना जरूरी है। पंजाब में टेस्टिंग की क्षमता में विस्तार करके अब लगभग 20,000 टैस्ट प्रति दिन किये जा रहे हैं।
मुख्य सचिव ने दोहराया कि इस महामारी को कंट्रोल करने के लिए राज्य सरकार कोविड-19 के गंभीर मरीजों की देखभाल के लिए जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं यकीनी बनाने के लिए पूरी तरह वचनबद्ध है।