‘आई रखवाली एप ’ के द्वारा होगी शमूलियत
चंडीगढ़, 3 सितम्बर:
पंजाब सरकार ने अब राज्य में हरियाली बचाने के लिए आम लोगों को ‘हरियाली के रक्षक ’ बनाने का फ़ैसला किया है जिससे लोगों के सम्मिलन के साथ राज्य को हरा -भरा बनाई रखने में मदद मिले। इस फ़ैसले के अंतर्गत वन विभाग ने एक नयी मोबायल एप्लीकेशन ‘आई रखवाली ’ तैयार की है, जिसको डाउनलोड करके जागरूक लोग पर्यावरण को बचाने की इस मानवता के कल्याण वाली मुहिम का हिस्सा बन सकते हैं।
यह जानकारी देते हुये पंजाब के वन मंत्री साधु सिंह धर्मसोत ने बताया कि पहले पंजाब सरकार ने राज्य को हरा-भरा बनाने के लिए ‘आई हरियाली ’ मोबाइल एप बनाई गई थी, जिसका मुख्य उद्देश्य आम लोगों को पौधे लगाने के लिए प्रेरित करना था। उस समय राज्य के लोगों को यह जानकारी नहीं थी कि वन विभाग की नरसरियाँ कहाँ -कहाँ हैं और नरसरियों से पौधे किस तरह प्राप्त किये जा सकते हैं। ‘आई हरियाली एप ’ के आने से लोगों को नरसरियों की भौगोलिक स्थिति संबंधी पता चला और हर व्यक्ति को मुफ़्त पौधे मिले।
स. धर्मसोत ने बताया कि, ‘‘इसी तजऱ् पर ही अब विभाग नया प्रयास ‘आई रखवाली एप ’ शुरू करने जा रहा है, जिसके अंतर्गत हम पर्यावरण को बचाने के लिए लोगों को उत्साहित करेंगे और उनका सहयोग लेंगे।’’ उन्होंने कहा कि आज के दौर में संसार में जंगल कम रहे हैं, जंगल काटे जा रहे हैं, विभिन्न विकास प्रोजेक्टों के कारण भी वृक्षों को काटा जा रहा है। बहुत से लोग जागरूक तौर पर यह सोचते हैं कि वह पर्यावरण को बचाने के लिए कुछ करें परन्तु उनको पता नहीं चलता कि वह क्या कर सकते हैं। इसी मुश्किल को दूर करने के लिए यह एप शुरू की गई है, जो हरियाली बचाने के लिए काम करने वालों को अलग पहचान भी दिलाऐगी।
स. धर्मसोत ने कहा कि वन संपत्ति को बचाने की जि़म्मेदारी सरकार के अलावा हर नागरिक की भी है। उन्होंने कहा कि जंगलों में कोई भी घटना संबंधी आम लोगों को पहले पता लग जाता है। ऐसे मामलों में कोई भी नागरिक ‘आई रखवाली एप ’ डाउनलोड करके यह मामला सम्बन्धित वन मंडल अफ़सर के ध्यान में ला सकता है और पंजाब की हरियाली को बचाने के लिए अपना योगदान डाल सकता है।
वन मंत्री ने बताया कि इस एप को गुग्गल प्ले स्टोर या एप स्टोर पर जाकर एप को डाउनलोड किया जा सकेगा। लॉग इन करने के बाद आप अपनी स्करीन पर एक सूची देखोगे कि आप किस किस्म के नुकसान संबंधी जानकारी देना चाहते हो। आप नुकसान का विषय चुन कर हुए नुकसान सम्बन्धी फोटोज भी अपलोड कर सकते हो। इस पर आप लगभग 20 सेकेंड की वीडियो भी अपलोड कर सकते हो। आप इस एप पर सम्बन्धित क्षेत्र पर बोल कर भी अपना संदेश वन मंडल अफ़सर तक पहुँचा सकते हो। सूचना तुरंत सम्बन्धित डी.एफ.ओ /जि़ला अधिकारी, सम्बन्धित गार्ड तक पहुँच जायेगी। जानकारी अपलोड करने वाले नागरिक को सम्बन्धित मामले पर क्या कार्यवाही चल रही है, सम्बन्धी जानकारी मिलती रहेगी।