चंडीगढ़, 1 नवंबर :-
पंजाब के मुख्यमंत्री स. भगवंत मान के नेतृत्व वाली पंजाब सरकार की तरफ से राज्य भर में बच्चों और नौजवानों को तम्बाकू के सेवन पर रोकने सम्बन्धी मुहिम की शुरुआत की गई है। पंजाब देश का पहला ऐसा राज्य है, जिसने 1 नवंबर को एक राज्य विशेष ‘पंजाब स्टेट नौ तम्बाकू डे’ मनाया। पंजाब राज्य नौ तम्बाकू दिवस- 2022 मुहिम का विषय ‘‘तम्बाकू मुक्त स्वास्थ्य संस्थाएं’’ है। इस मुहिम का उद्देश्य सभी संस्थाओं को तम्बाकू मुक्त बनाना और तम्बाकू का प्रयोग न करने वालों को तम्बाकू के धुएं के अवांछित संपर्क से बचाना है।
पंजाब के स्वास्थ्य मंत्री स. चेतन सिंह जौड़ामाजरा ने स्पष्ट किया कि किशोरों के समूहों और नौजवानों में तम्बाकू के प्रयोग को ख़त्म करने सहित सभी सरकारी स्वास्थ्य संस्थाओं को तम्बाकू मुक्त घोषित करने और तम्बाकू-रोकथाम एक्ट सख़्ती के साथ पालना करवाने के मद्देजऱ पंजाब सरकार की तरफ से 1 नवंबर से 7 नवंबर, 2022 तक एक हफ़्ता लम्बी विशेष मुहिम शुरू की गई है।
स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के नेतृत्व में करवाए गए नेशनल परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण 2020-21 (एनएफएचएस-5 के अनुसार, पिछले 5 सालों के दौरान, पंजाब राज्य में पुरूषों में तम्बाकू का प्रयोग 19.2 फीसद (एनएफएचएस-4) से कम होकर 12.9 फीसद (एनएफएचएस-5) हो गई है, जो देश के सभी राज्यों में सबसे कम है।
इस प्रयास सम्बन्धी और जानकारी देते हुये स. जौड़ामाजरा ने बताया कि पंजाब के स्वास्थ्य विभाग की तरफ से तम्बाकू कंट्रोल को एक प्रमुख प्रोग्राम के तौर पर लिया गया है। कुल 14065 (2021-22) और 10,708 (अप्रैल-22 सितम्बर) सिग्रेट और अन्य तम्बाकू उत्पाद एक्ट, 2003 (सीओटीपीए, 2003) के अंतर्गत उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध चालान जारी किये गए हैं। सभी जिलों में तम्बाकू रोकथाम केंद्र (टीसीसी) स्थापित किये गए हैं। इन केन्द्रों में मुफ़्त सलाह सेवाएं और टैब बुप्रोपियन, निकोटीन गम और पैच आदि दवाएँ उपलब्ध करवाई जा रही हैं। कुल 19932 ( 2021- 22) और 5142 ( अप्रैल- सितम्बर 2022) तम्बाकू प्रयोक्ताओं ने इन केन्द्रों से सेवाएं प्राप्त की हैं। राज्य के 700 से अधिक गाँवों को तम्बाकू मुक्त घोषित किया गया है।
स. जौड़ामाजरा ने अपील की कि हम सभी को पंजाब को तम्बाकू मुक्त राज्य बनाने का प्रण लेना चाहिए क्योंकि तम्बाकू का प्रयोग कई तरह की संचारी और ग़ैर- संचारी बीमारियों और मानसिक स्वास्थ्य विकारों को जन्म देता है, जिससे समाज को भारी ख़ामियाज़ा बर्दाश्त करना पड़ता है। उन्होंने कहा कि पंजाब, समय पर ई सिग्रेटों, हुक्का बारों पर पाबंदी लगा कर और स्कूलों को तम्बाकू मुक्त घोषित करके नौजवानों के स्वास्थ्य पर ध्यान केंद्रित करने वाला अग्रणी राज्य है। राज्य तम्बाकू का प्रयोग के इस खतरे को रोकने के लिए यत्न जारी रखेगा क्योंकि यह छोटे बच्चों और नौजवानों को तम्बाकू के सेवन से रोकने और इस नामुराद कुरीति में फंसे व्यक्तियों को तम्बाकू छोडऩे के लिए प्रेरित करने में एक लम्बा सफऱ तय करेगा।
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