चंडीगड़, 7 फरवरी 2022
भाजपा के सिख नेता और दिल्ली सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व प्रधान सरदार मनजिन्दर सिंह सिरसा ने कहा है कि पंजाब में कांग्रेस सरकार के राजकाल दौरान पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की तरफ से गुरु नानक देव जी बारे तथ्य तोड़ मरोड़ कर पेश करना सिखी के खिलाफ एक तयशुदा साजिश है।
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आज यहां पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की तरफ से प्रकाशित की गई पुस्तक में गुरु नानक देव जी बारे तोड़ मरोड़ कर पेश किए गए तथ्यों की कापी जारी करते हुए सरदार सिरसा ने कहा कि यह हैरानी वाली बात है कि कांग्रेस के राजकाल में ही सिखी के खिलाफ ऐसीं साजिशें सामने आतीं हैं। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि ऐसा हुआ है। इससे पहले भी कांग्रेर सरकार पर गुरमुखी भाषा और पंजाबी संस्कृति बारे तथ्य तोड़ मरोड़ कर पेश करने के आरोप लगे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसा लगता है कि यह सिखी और पंजाबियत के खिलाफ एक साजिश के अंतर्गत किया जा रहा है।
उन्होंने कहा कि श्री गुरु नानक देव जी सिर्फ सिखों के ही पहले गुरु नहीं हैं, बल्कि समुची मानवता के गुरु हैं जिन्होंने दुनियां को ‘अव्वल अल्लाह नूर उपाया’ का संदेश दिया और दुनियां को ज्ञान बांटते हुए अकाल पुरुष के साथ जोड़ा। उन्होंने कहा कि गुरु साहिब बारे ऐसी जानकारी छापना भारी गुनाह है। उन्होंने कहा कि इस गुनाह के पीछे साजिश का पता लगाया जाना चाहिए और इस गुनाह के लिए जि़म्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्यवाही होनी चाहिए हे।
सरदार सिरसा ने कहा कि सिख कौम अपने गुरु बारे तथ्य तोड़ मरोड़ कर पेश करना कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा कि यह मुख्यमंत्री चरनजीत चन्नी की जिम्मेदारी बनती है कि वह सारे मामले की जांच के हुक्म देने और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ कार्यवाही यकीनी बनाएं।