कौशल और रोजग़ार संबंधी योग्यता बढ़ाकर बेरोज़गार नौजवानों को रोजग़ार में मदद के लिए पंजाब ‘मेरा काम मेरा मान’ स्कीम शुरू करेगा

Captain Amrinder Singh on punjab budget session 4

मौजूदा वित्तीय वर्ष से निर्माण श्रमिकों और उनके बच्चों के लिए स्कीम शुरू होगी, लाभार्थियों को 12 महीनों के प्रशिक्षण के दौरान 2500 रुपए प्रति महीना मिलेगा
चंडीगढ़, 26 अगस्त 2021
राज्य के बेरोज़गार नौजवानों को अल्पकालिक मुफ़्त कौशल प्रशिक्षण के द्वारा उनके चुने हुए क्षेत्र में रोजग़ार के योग्य बनाने और कौशल में वृद्धि में मदद करने के लिए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के नेतृत्व अधीन पंजाब कैबिनेट ने गुरूवार को नवीन नई स्कीम ‘मेरा काम मेरा मान’ स्कीम शुरू करने के लिए हरी झंडी दी।
कैबिनेट द्वारा निर्माण श्रमिकों और उनके बच्चों के लिए पायलट प्रोजैक्ट के आधार पर यह स्कीम मौजूदा वित्तीय वर्ष से ही शुरू करने का फ़ैसला किया गया। इस पायलट प्रोजैक्ट के अंतर्गत 30,000 लाभार्थियों को मदद देने का लक्ष्य प्रस्तावित किया गया है, जिस पर 90 करोड़ रुपए की लागत आएगी।
कैबिनेट ने मुख्यमंत्री को यह स्कीम समाज के अन्य वर्गों तक विस्तारित करने के लिए अधिकृत किया, जब भी वह उचित समझें। इसके अलावा इस स्कीम को सफलतापूर्वक तरीके से लागू करने के लिए रोजग़ार सृजन, कौशल विकास एवं प्रशिक्षण मंत्री को समय-समय पर इस स्कीम में आवश्यक संशोधन करने के लिए अधिकृत किया।
मुख्यमंत्री कार्यालय के प्रवक्ता के अनुसार स्कीम के अधीन पंजाब कौशल विकास मिशन प्रशिक्षण केन्द्रों में अल्पकालिक कौशल प्रशिक्षण प्रोग्रामों के अंतर्गत प्रशिक्षण पाठ्यक्रम की शुरुआत से लाभार्थी को 12 महीनों के लिए 2500 रुपए प्रति महीना रोजग़ार सहायक भत्ता मुहैया करवाया जाएगा। उक्त भत्ता प्रशिक्षण के समय के दौरान प्रोग्राम की शुरुआत से प्लेसमेंट से पहले और प्लेसमेंट के बाद के 12 महीनों के समय के लिए सफलतापूर्वक प्रशिक्षण प्राप्त करने के बाद दिया जाएगा।
‘मेरा काम मेरा मान’ स्कीम के अंतर्गत श्रम विभाग के निर्माण श्रमिक कल्याण बोर्ड के पास पंजीकृत योग्य निर्माण श्रमिक और उनके बच्चे सम्बन्धित जि़ले के जि़ला रोजग़ार एवं उद्यम ब्यूरो से संपर्क कर इस स्कीम का लाभ लेने के लिए आवेदन कर सकते हैं।
जि़क्रयोग्य है कि कैप्टन अमरिन्दर सिंह सरकार के महत्वपूर्ण प्रोग्राम ‘घर-घर रोजग़ार और कारोबार मिशन’ ने पहली अप्रैल, 2017 से अब तक 17.61 लाख नौजवानों को रोजग़ार मुहैया करवाने में मदद की है, जिनमें निजी क्षेत्र के 7.02 लाख नौजवान, स्व-रोजग़ार में 9.97 लाख नौजवान और सरकारी नौकरी प्राप्त करने वाले 62,743 नौजवान शामिल हैं।

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