
अब पंजाब विधानसभा की डिबेट्स में किसी भी विषय और तथ्य की खोज करना होगा आसान
इस सर्चेबल इंजन की शुरुआत करने वाला देश का पहला राज्य बना पंजाब
चंडीगढ़, 11 मार्च 2025
डिजिटलीकरण के क्षेत्र में एक और कदम आगे बढ़ाते हुए, पंजाब विधानसभा के स्पीकर स कुलतार सिंह संधवां ने आज सुशासन और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अमन अरोड़ा, बिजली मंत्री हरभजन सिंह, संसदीय मामलों के मंत्री डॉ. रवजोत सिंह और विधायक गुरिंदर सिंह गैरी बड़िंग की उपस्थिति में पंजाब विधानसभा की डिबेट्स तक पहुंच के लिए एक सर्चेबल इंजन लॉन्च किया है।
स्पीकर संधवां ने कहा कि इस सर्चेबल इंजन के माध्यम से अब 1947 से लेकर अब तक की पंजाब विधानसभा की डिबेट्स/कार्यवाहियों में किसी भी विषय को खोजना और किसी भी तथ्य को ढूंढना आसान हो जाएगा। उन्होंने आगे बताया कि यह सर्चेबल इंजन पंजाबी विश्वविद्यालय पटियाला, आई.आई.आई.टी. हैदराबाद और सी-डैक नोएडा के सहयोग से तैयार किया गया है। इस प्रोजेक्ट को सफलतापूर्वक लागू करने में डॉ. गुरप्रीत लहल, प्रोफेसर एवं कंसल्टेंट, आई.आई.आई.टी. हैदराबाद और उनकी पूरी टीम का विशेष योगदान रहा है।
इन परियोजनाओं के लॉन्च होने से पंजाब विधानसभा देश की पहली विधानसभा बन गई है, जिसने विधायकों की सुविधा के लिए एक संपूर्ण समाधान तैयार किया है। इसके लिए विधायकों और विभिन्न विभागों को बाकायदा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा।
स संधवां ने जोर देकर कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनने के बाद, पंजाब विधानसभा को आधुनिक और हाई-टेक बनाने के लिए ठोस प्रयास किए गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इस समय पंजाब विधानसभा के सत्र नेवा पोर्टल के माध्यम से पेपरलेस चलाए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि इसके अलावा, पहली बार पंजाब विधानसभा के सभी सत्रों का सीधा प्रसारण यूट्यूब और पंजाब सरकार के सोशल मीडिया चैनलों पर किया जा रहा है। इसके अतिरिक्त, पंजाब विधानसभा की लाइब्रेरी में भी ऑटोमेशन सिस्टम लागू किया जा रहा है और साथ ही विधानसभा के कमेटी कक्षों और शाखाओं को भी डिजिटलाइज किया गया है।
अधिक जानकारी देते हुए उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार द्वारा संचालित सॉफ्टवेयर, जिसमें ई-ऑफिस और एच.आर.एम.एस. शामिल हैं, को भी पंजाब विधानसभा में पूरी तरह लागू कर दिया गया है। डिजिटलीकरण की दिशा में यह प्रयास भविष्य में भी इसी तरह जारी रहेंगे।
इस दौरान, स्पीकर स कुलतार सिंह संधवां ने एन.आई.सी. (पंजाब यूनिट) द्वारा तैयार किए गए एम.एल.ए. ई-कनेक्ट के तहत ई-गैलरी पास, पेपरलेस इंटरनल वर्किंग ऑफ हाउस कमेटी, कांस्टीट्यूएंसी ई-मैनेजमेंट का निरीक्षण किया और डिजिटल कंपेंडियम ऑफ ऑनरेबल मेंबर्स का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर अतिरिक्त मुख्य सचिव विकास प्रताप, सचिव वित्त विजय नामदेव राव जादे, संसदीय मामलों के सचिव दिलराज सिंह, प्रशासनिक सुधार निदेशक गिरीश दियालन, मुख्य अभियंता विजय कुमार चोपड़ा, एन.आई.सी. नई दिल्ली के मनोज अग्रवाल, राज्य सूचना अधिकारी (एन.आई.सी.) विवेक वर्मा और पंजाब व चंडीगढ़ प्रशासन के अन्य अधिकारी भी उपस्थित थे।