कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब को स्पष्टीकरण दें कि उधार के पैसे का उपयोग कैसे किया जा रहा: सरदार महेशइंदर सिंह ग्रेवाल
वित्तमंत्री हरपाल चीमा की बर्खास्तगी की मांग की
चंडीगढ़/18नवंबर: शिरोमणी अकाली दल ने आज आम आदमी पार्टी सरकार द्वारा शुरू किए गए विकास कार्यों की सूची के साथ साथ पूंजीगत संपत्तियों की सूची जारी करे ताकि जिससे साबित हो सके कि इस समय चालू वित्तवर्ष के नौ महीनों के लिए 39,200 करोड़ रूपये का कर्जा लेने को सही ठहराया जा सके जबकि इसने तिमाही माह में 14700 करोड़ रूपये का कर्जा लेना है।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए वरिष्ठ नेता सरदार महेशइंदर सिंह ग्रेवाल ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि आप पार्टी की सरकार कर्ज लेने की होड़ में है, लेकिन जहां तक पूंजी सृजन का सवाल है तो उसके पास दिखाने के लिए कुछ भी नही है। उन्होने कहा, ‘‘ सभी विकास कार्य रूक गए हैं और जमीनी स्तर पर कोई बुनियादी ढ़ांचा तैयार नही किया जा रहा है। उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री को स्पष्टीकरण देना चाहिए कि उधार के पैसे का कैसे उपयोग किया जा रहा है।
इस बारे में अन्य जानकारी देते हुए वरिष्ठ अकाली नेता ने कहा कि आप पार्टी की सरकार हर दिन विज्ञापनों पर करोड़ों रूपये खर्च कर रही है, खासकर गुजरात और हिमाचल प्रदेश के चुनाव वाले राज्यों मे पंजाबी करदाताओं के पैसे का इस्तेमाल देश भर में आप पार्टी की सरकार के विस्तार के लिए किया जा रहा है। उन्होने कहा,‘‘ पंजाब सरकार सोशल मीडिया पर गुजरात में आप पार्टी के चुनाव के लिए प्रमुख विज्ञापनदाता है और मुख्यमंत्री हर सप्ताहांत चुनाव प्रचार करने जा रहे हैं हैं’’।
सरदार ग्रेवाल ने कहा कि आप पार्टी की सरकार पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार द्वारा बनाए गए वित्तीय संकट को बढ़ावा दे रही है। उन्होने कहा कि उधारी बढ़ने के बावजूद राज्य जीएसटी संग्रह के साथ साथ स्टांप शुल्क और संपत्ति के पंजीकरण में गिरावट देख रहा है। उन्होने कहा, ‘‘ राजस्व व्यय में बढ़ोतरी हुई है , जिससे स्पष्ट होता है कि राज्य की आर्थिकता का कुप्रबंधन किया जा रहा है’’।
वित्तमंत्री हरपाल चीमा को तत्काल बर्खास्त करने की मांग करते हुए अकाली नेता ने कहा कि इस मुददे का समाधान करने के बजाय वित्तमंत्री अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए वित्तीय आंकड़ों को तोड-मरोड़कर पेश कर रहे हैं। उन्होने कहा, ‘‘ इससे पहले चीमा ने जीएसटी के आंकड़ों में बढ़ोतरी को प्रभावित करने के बारे में झूठ बोलकर अर्थशास्त्र के नियमों को बदलकर पंजाबियों को मुर्ख बनाने की कोशिश की , जबकि सच्चाई इसके विपरीत थी’’। उन्होने कहा कि चीमा ने 10,604 करोड़ रूपये की रिकॉर्ड वृद्धि का दावा करेन के लिए 11,464 करोड़ रूपये के कर्ज पर लाभ दिखाने के लिए 10,604 करोड़ रूपये की रिकॉर्ड बढ़ोतरी का दावा किया था, जबकि वास्तविक रूप में संग्रह केवल 1760 करोड़ रूपये था। उन्होने कहा कि यह भी सच है कि सरकार पूंजीगत व्यय पर पैसा खर्च करने के बजय कर्ज चुकाने के लिए उधार लेने में लगी हुई है। सरदार ग्रेवाल ने कहा, ‘‘ कुल उधारी का 68 फीसदी राज्य के 3.05 लाख करोड़ रूपये के कुल कर्ज पर ब्याज के भुगतान पर खर्च किया जा रहा है।
सरदार ग्रेवाल ने कहा कि इन सबका राज्य की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है और राज्य में कोई नया निवेश नही आ रहा है। यहां तक कि घरेलू उद्योग भी पंजाब के बाहर निवेश करने का विकल्प चुन रहे हैं , जिसके कारण पंजाब में बेरोजगारी और बढ़ रही है’’।