शिरोमणी अकाली दल ने मुख्यमंत्री से मूनक में बाढ़ संकट की समीक्षा करने की अपील की

SIKANDER SINGH MALOOKA
ਮੁੱਖ ਮੰਤਰੀ ਨੇ ਨਰਮਾਂ ਉਤਪਾਦਕਾਂ ਨੁੰ ਨਿਗੂਣਾ ਤੇ ਅੰਸ਼ਕ ਮੁਆਵਜ਼ਾ ਦੇ ਕੇ ਕਿਸਾਨਾਂ ਨਾਲ ਧੋਖਾ ਕੀਤਾ : ਅਕਾਲੀ ਦਲ

सरदार सिकंदर सिंह मलूका ने मांग की कि बाढ़ राहत उपायों को तुरंत शुरू किया जाए
चंडीगढ़,31जुलाई 2021 शिरोमणी अकाली दल ने आज मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह से मूनक में हजारों एकड़ जमीन पर बाढ़ के कारण पैदा हुए संकट की समीक्षा करने के अलावा तत्काल राहत उपायों को तुरंत शुरू करने की मांग की है।
यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए शिरोमणी अकाली दल के किसान विंग के अध्यक्ष सरदार सिकंदर सिंह मलूका ने कहा कि सरकार ने प्रभावित गांवों में कोई राहत टीमें नही भेजी हैं, यदि समय रहते कोई उपाय नही किया गया तो स्थिति नियंत्रण से बाहर हो जाएगी। इसके अलावा प्रभावित लोगों को खाने के पैकेट, सूखा राशन पहुंचाने की व्यवस्था की जानी चाहिए। सरदार मलूका ने कहा कि दुधारू जानवरों के लिए चारे की भी व्यवस्था की जानी चाहिए। ‘‘ तत्काल मैडीकल टीम को तैनात किया जाना चाहिए’। उन्होने कहा कि तत्काल बाढ़ का पानी घटने पर ‘गिरदावरी’ की जानी चाहिए तथा नुकसान हुई धान की फसलों के लिए 30हजार एकड़ मुआवजा दिया जाना चाहिए।
शिरोमणी अकाली दल के नेता ने कहा कि मौजूदा बाढ़ कांग्रेस सरकार द्वारा कुप्रबंधन का ही परिणाम है। ‘‘ क्षेत्र से पहले ही रिपोर्ट आ रही हैं कि स्थानीय प्रशासन बाढ़ सुरक्षा उपाय करने में विफल रहा है। इसके अलावा सरकार ने घग्गर नदी में पानी निकालने के लिए खेतों में लगाए गए पाइपों के रखरखाव को सुनिश्चित नही किया है। उन्होने कहा कि इसी कुप्रबंधन के कारण ही कई गांवों के किसानों ने कल राष्ट्रीय राजमार्ग को भी कल बंद कर दिया था’’।
कांग्रेस सरकार दीर्घकालिक बाढ़ रोकने के कार्यों को शुरू करने में नाकाम रही है , कहते हुए सरदार मलूका ने कहा कि घग्गर नदी का काम 5 सालों से अटका पड़ा है। उन्होने कहा कि इसी तरह घग्गर के तटबंधों को मजबूत करने का कोई प्रयास नही किया गया, जबकि इसकी बेहद आवश्यकता थी। उन्होने कहा, ‘‘ जिन जगहों पर बाढ़ की संभावना है, मौजूदा मानसून के सीजन से पहले उनकी देखरेख नही की गई, जिसके कारण स्थिति बद से बदतर हो गई’’।

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