शिरोमणी अकाली दल ने कांग्रेस सरकार से क्रिटिकल केयर सेंटरों में मृत्यु दर कम करने के लिए सुधार करने को कहा

कहा कि सरकार गैरकोविड पीड़ित रोगियों का इलाज सुनिश्चित करे : डॉदलजीत सिंह चीमा

चंडीगढ़/03सितंबर: शिरोमणी अकाली दल ने आज कांग्रेस सरकार से कहा है कि बजाय इसके कि वह अस्पतालों में देर से रिपोर्ट देने के लिए लोगों को दोषी ठहराते हुए अपनी जिम्मदारी से बचने का प्रयास करने की बजाय और क्रिटिकल केयर सेंटरों पर बुनियादी ढ़ांचे और चिकित्सा सुविधाओं में सुधार करे। उन्होने कहा कि नवीनतम क्रिटिकल केयर आंकड़ों से यह संकेत मिलता ह कि राज्य में स्वास्थ्य प्रणाली लगभग चरमरा गई है।

यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि पंजाब में कल 106 कोविड से मौतें हुई हैं। उन्होने कहा कि तथ्य यह है कि मृत्यु दर कम होने की बजाय बढ़ रही हैं जैसे अन्य राज्यों में यह दर घट रही है इससे यह पता चलता है कि राज्य महामारी के रोगियों को आवश्यक चिकित्सा प्रदान करने में विफल रहा है।

डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कहा कि सरकार जो दावा कर रही थी उससे बुनियादी हालात बहुत अलग थे। उन्होने कहा कि फरीदकोट मैडीकल कॉलेज के मामले में इसके चिकित्सा अधीक्षक ने महामारी से निपटने के लिए बुनियादी ढ़ांचे की कमी के कारण इस्तीफा दे दिया था। ‘ मैडीकल कॉलेज के 55 डॉक्टरों ने कोविड-19 पॉजिटिव रिपोर्ट आई है यहां तक कि डॉक्टरों और चिकित्सा कर्मचारियों को भी पर्याप्त सुरक्षा सुविधाएं उपलब्ध नही करवाई गई हैं। क्षेत्र के कुछ लोग कुछ समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और मैडीकल कॉलेज में उचित सुविधाएं उपलब्ध कराने की मांग कर रहे हैं।

डॉ. चीमा ने कहा कि सभी मैडीकल कॉलेजों में कोविड रोगियों को संभालने के लिए हाई डिपेंडेंस यूनिटस् तथा आईसीयू होने चाहिए। उन्होने कहा कि इसकी भारी कमी है,पटियाला में एक मामला है जब रात में ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित हो गई थी। उन्होने कहा कि कोविड केंद्रों पर चिकित्सा सुविधा की कमी के बारे में भी व्यापक शिकायतें थी जिसके कारण ग्राम पंचायतों ने प्रस्ताव पास किए थे, जिसमें कहा गया था कि वे महामारी रोगियों को कोविड केंद्रों में स्थानांनतरित करने की अनुमति नही देंगे।

डॉ. चीमा ने कहा कि सरकार को एकांतवास केंद्रों सहित सभी कोविड केंदों पर बेहतर सुविधाएं मुहैया करानी चाहिए। इन केंद्रों पर रोगियों की समुचित देखभाल सुनिश्चित करने पर पैरा मैडीकल स्टाफ की संख्या बढ़ाने की तत्काल आवश्यकता है।

अकाली नेता ने कहा कि सरकार से सभी गैर कोविड रोगियों के लिए भी इलाज सुनिश्चित करने को कहा। उन्होने कहा कि वर्तमान स्थिति के अनुसार नॉन कोविड मरीजों को उनके भाग्य के सहारे छोड़ दिया गया था। ‘गंभीर छाती, जिगर और दिल की जटिलताओं के साथ दूसरों के अलावा कैंसर रोगियों की एक बड़ी संख्या है। इन मरीजों को इलाज से मना किया जा रहा है जिससे इनकी हालत बद से बदतर हो रही है। डॉ. चीमा ने कहा कि सरकार को ऐसे मरीजों के इलाज के लिए सुरक्षित सुविधाएं बनाने के लिए तत्काल कदम उठाने चाहिए वरना स्थिति खतरनाक मोड़ ले सकती है।

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