
चंडीगढ़/02 फरवरी 2022
शिरोमणी अकाली दल ने आज कहा है कि प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ का यह बयान की उन्हे मुख्यमंत्री नही बनाया गया है, भले ही पार्टी के विधायकों ने उनके दावे का समर्थन किया हो, ने पार्टी के भीतरी लोकतंत्र के नाम पर कांग्रेस आलाकमान द्वारा की गई धोखाधड़ी को बेनकाब कर दिया है।
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यहां एक प्रेस बयान जारी करते हुए पूर्व मंत्री डॉ. दलजीत सिंह चीमा ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के तत्काल इस्तीफे की मांग की है। उन्होने कहा कि कांग्रेस आलाकमान ने श्री चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाकर न केवल अपने विधायकों , बल्कि अपने नेताओं और वर्करों को धोखा दिया है। ‘‘ यह तब किया गया , जब चन्नी को विधायकों के एक आंतरिक मतदान के दौरान केवल दो वोट मिले, जो कैप्टन अमरिंदर सिंह के मुख्यमंत्री के रूप में बदलाव का फैसला करने के लिए आयोजित किया गया था’’।
डॉ. चीमा ने अब कहा कि सुनील जाखड़ ने खुलासा किया था कि उन्हे 42 विधायकों का समर्थन मिला था , और सुखजिंदर रंधावा को 16 एम.एल.ए का , परनीत कौर को 12 और चरणजीत सिंह चन्नी को सिर्फ दो एम.एल.ए का समर्थन मिला था। यह कांग्रेस आलाकमान पर निर्भर करता था कि वह रिकॉर्ड के अनुसार चलें। ‘‘ कांग्रेस पार्टी को नेताओं और वर्करों को एक स्पष्टीकरण देना चाहिए कि वह आंतरिक पार्टी लोकतंत्र सिद्धांत पर आगे क्यों नही बढ़ी। इससे यह भी पता चलता है कि कांग्रेस जिस आंतरिक पार्टी लोकतंत्र की बातें करती है, वह एक दिखावा है , और इसे अभी भी गांधी परिवार द्वारा तानाशाही तरीके से चलाया जा रहा है’’।