— मंत्री को तत्काल गिरफ्तार किया जाना चाहिए: सरदार अर्शदीप सिंह कलेर
चंडीगढ़/25अक्टूबर:
शिरोमणी अकाली दल ने आज पंजाब पुलिस प्रमुख गौरव यादव को यह बताने को कहा कि पंजाब पुलिस शिक्षा मंत्री को क्यों बचा रहा और 1158 सहायक प्रोफेसरों और लाइब्रेरियन फ्रंट की टीचर बलविंदर कौर को आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में मुख्य आरोपी के रूप में नामित होने के बाद भी उन्हे गिरफ्तार क्यों नही कर रहा है।
यहां एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए अकाली दल की लीगल विंग के अध्यक्ष अर्शदीप सिंह कलेर ने डीजीपी से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि पंजाब पुलिस ने शुरू में डाॅ. बलविंदर कौर द्वारा लिखे सुसाइड नोट को छिपाने की कोशिश क्यों की थी। उन्होने कहा क पुलिस को यह भी स्पष्टीकरण देना चाहिए कि उसने पीड़िता के पति और ससुर के खिलाफ मामला दर्ज क्यों किया, जबकि शिक्षिका ने लिखित बयान में यह स्पष्ट कर दिया था कि उनकी ससुराल वाले नही बल्कि अकेले हरजोत बैंस ही उनकी मौत के लिए जिम्मेदार थे। उन्होने कहा कि यह स्पष्ट है कि रोपड़ पुलिस ने मंत्री के दबाव में पेशेवर तरीके से काम नही किया, इसीलिए उनकी जांच की जानी चाहिए और जो लोग पेशेवर रूप से अपने कर्तव्यों का पालन करने में विफल रहे हैं उनके खिलाफ कानून के अनुसार कार्रवाई की जानी चाहिए’’।
सरदार कलेर ने कहा कि रोपड़ पुलिस ने पीड़िता का सुसाइड नोट मिलने के तुरंत बाद उसके परिवार के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया था। उन्होने कहा कि चूंकि पीड़िता का शव 23 अक्टूबर तक नही मिला था, इसीलिए तब तक केवल गुमशुदगी का मामला ही दर्ज किया जा सकता था। उन्होने कहा , ‘‘ हालांकि जब 23 अक्टूबर को शिक्षिका का शव बरामद हुआ तो पुलिस को शिक्षा मंत्री के खिलाफ मामला दर्ज कर उन्हे गिरफ्तार करने के लिए बाध्य थी’’। उन्होने कहा कि यह बेहद निंदनीय है कि पुलिस लिखित नोट के बावजूद अब तक इस मामले में कानून के अनुसार कार्रवाई करने में विफल रही है ।
अकाली नेता ने डाॅ. बलविंदर कौर के लिए न्याय सुनिश्चित करने की मांग करते हुए कहा कि पीड़ित परिवार ने भी शिक्षिका के सुसराल वालों खिलाफ अपना बयान वापिस लेने के बाद अब पंजाब पुलिस को तुरंत बैंस के खिलाफ कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होने कहा कि अगर रोपड़ पुलिस अब भी इस मामले में कार्रवाई करने में नाकाम नही तो अकाली दल डाॅ. बलविंदर कौर के लिए न्याय सुनिश्चित करने के लिए अपने संघर्ष को व्यापक बनाएगा।